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बिहार सहित पुरे देशभर की कई बिजली उत्पादन इकाइयों में कोयले का संकट गहराता जा रहा है। बिहार के साथ साथ बाकि जगहों पर भी इसका असर दिख रहा है | इसकी वजह से बिहार के मुजफ्फरपुर समेत पूरे उत्तर बिहार में भी गंभीर बिजली संकट के हालात पैदा हो सकते हैं। हालांकि, बिहार के प्रदेश सरकार ने कहा है कि बिहार के लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस संबंध में बिहार के ऊर्जा सचिव संजीव हंस ने बताया की अभी पुरे बिहार में पर्व का समय आ रहा है | और बिहार में दुर्गा पूजा में अधिक दर पर बिजली खरीदने के लिए का फैसला लिया गया है। महंगी बिजली खरीदकर बिहार के उपभोक्ताओं को सस्ते दरों पर ही बिजली आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाएगी।

बिहार सहित देश भर में बिजली की आपूर्ति को लेकर मचे हाहाकार के बीच बिहार के मुख्यमंत्री ने एक बड़ा बयान दिया है. बिहार के सीएम नीतीश ने प्रदेशवासियों को आश्वासन दिया है कि बिहार में बिजली की कमी नहीं होगी. बिहार सरकार दूसरे जगहों से ज्यादा दामों में बिजली खरीद रही है. पिछले दिनों बिजली उत्पादन में कमी आने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा. लेकिन अब बिहार सरकार दुसरे जगह से बिजली खरीद रही है महंगे दामो में और बिहार के लोगो को उचित दाम पर दी जा रही है | बिहार के cm ने साफ़ बताया है की बिहार वाले बिजली की कमी महशूश नहीं होगी | इसके लिए काम तीव्र गति से चालू है जल्द ही सब पहले जैसा हो जायेगा |

कोयला के कमी के कारण हो रही है परेशानी

कोयले की कमी से बिजली उत्पादन पर पड़ा असर
बिहार के ऊर्जा सचिव मंत्री संजीव हंस ने बताया कि प्रदेश (बिहार) में विद्युत कंपनियों की ओर से अपना उत्पादन नहीं किया जाता है। बल्कि, केंद्रीय बिजली उत्पादन संस्थानों की ओर से तैयार बिजली खरीद कर उपभोक्ताओं को दी जाती है। कोयला की कमी के कारण देशभर में विद्युत उत्पादन में कमी आई है। बिहार को एनटीपीसी से 4500 मेगावाट बिजली मिलती है। हालांकि, बिहार में अभी 3000 मेगावाट बिजली ही मिल रही है। इसी तरह से निजी कंपनियों से भी 688 मेगावाट की जगह महज 347 मेगावाट बिजली मिल रही है।

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...