दिल्ली में 47 दिन तक शराब की दुकानें बंद रहेंगी. दिल्ली में ये ‘शराबबंदी’ 1 अक्टूबर से लागू होगी. दरअसल दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति नवंबर में लागू होने के साथ ही शहर में निजी तौर पर चलने वाली कई शराब की दुकानें 47 दिनों के लिए बंद रहने वाली हैं.
एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि दिल्ली के 272 नगरपालिका वार्डों में से 105 में निजी शराब की दुकानें एक अक्टूबर से 16 नवंबर के बीच बंद रहेंगी.इस दौरान सिर्फ सरकारी शराब की दुकानें ही खुलेंगी. बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी में कुल 849 शराब दुकानों में से 276 निजी तौर पर संचालित हैं. यानी की दिल्ली में 276 निजी शराब की दुकानें बंद रहेंगी.
दिल्ली सरकार के अनुसार, शहर भर में शराब की दुकानों को टेकओवर करने के लिए नई बोली लगाई गई थी. इसका मतलब यह हो सकता है कि जिनके पास पहले शराब की दुकान का लाइसेंस था वे इस बार अपना लाइसेंस बिड हासिल करने में असफल रहे जिससे उन्हें वे दुकानें छोड़नी होंगी और उनकी जगह लाइसेंस पाने लोग उसको चलाएंगे.
गौरतलब है कि कई निजी शराब स्टोर मालिकों ने पहले ही नया स्टॉक खरीदना बंद कर दिया है ताकि सितंबर के अंत तक मौजूदा स्टॉक समाप्त हो जाए. इसके बाद उनकी दुकानें बंद कर दी जाएंगी। नई नीति का उद्देश्य राष्ट्रीय राजधानी में शराब खरीदारों के अनुभव को बढ़ाना है. इसके तहत मौजूदा दुकानों को इस तरह से तैयार करना होगा जिससे लोग दुकान के अंदर जा सकें और खुद से शराब को देख सकें।
इस लिहाज से अब दिल्ली में सड़क के किनारे चलने वाले ‘ठेके’ भी नहीं रहेंगे. बता दें कि राजधानी दिल्ली में कई ठेका देशी शराब बेचते हैं। दिल्ली सरकार ने हाल ही में वर्ष 2021 2022 के लिए अपनी नई आबकारी नीति पेश की थी, जिसका उद्देश्य “दिल्ली में नकली शराब या गैर-शुल्क भुगतान वाली शराब की बिक्री को खत्म करना और उपभोक्ता अनुभव को बदलने के अलावा, सरकार के लिए बेस्ट राजस्व प्राप्त करना है।