बॉलीवुड (bollywood) से लेकर क्रिकेट तक नाम कमाने वाली डिंपल गर्ल प्रीति जिंटा को भला कौन नहीं जानता। प्रीति जिंटा ने अपने खास अंदाज और दिलकश अदाओं से लाखों फैंस का दिल जीता है। प्रीति जिंटा (priety zinta) अपने अभिनय के लिए हर जगह मशहूर है और उन्होंने बॉलीवुड (bollywood) को कई सुपरहिट फिल्में दी है। और उन्होंने कई स्टार कलाकरों के साथ काम भी किये है | और फ़िलहाल आईपीएल में पंजाब टीम के ओनर भी है |
लेकिन बॉलीवुड में एक खास मुकाम पाने से पहले प्रीति ने अपनी जिंदगी में कई मुश्किलों का सामना किया।आज हम आपको बताएंगे प्रीति जिंटा की जिंदगी से जुड़े कुछ अनसुने किस्से जिनके बारे में सायद ही आप जानते होंगे |
13 जनवरी 1975 में उनका जन्म हुआ था प्रीति जिंटा बचपन से ही बहुत खूबसूरत थी | और यही वजह थी कि जल्द ही प्रीति को फिल्मों में काम करने का मौका मिल गया। कहा जाता है कि, जब प्रीति 13 साल की थी तो उनके पिता दुर्गानंद जिंटा का एक कार एक्सीडेंट में निधन हो गया। इस एक्सीडेंट (accident) के दौरान प्रति की मां को भी गंभीर चोटें आई थी जिसके कारण वह चल फिर नहीं पा रही थी। आप समझ सकते है जिस बच्ची पर से किशोरी अवस्था में ही माँ बाप का साया हट जाना अपने आप में बहुत दुखद घटना है |
इसके बाद प्रीति को बड़ी फिल्म मिलने का सिलसिला शुरू हो गया और उन्होंने ‘कोई मिल गया’, ‘कभी अलविदा ना कहना’, ‘वीर-ज़ारा’, ‘कल हो ना हो’, ‘दिल है तुम्हारा’, ‘लक्ष्य’ और ‘क्या कहना’ जैसी बड़ी सुपरहिट फिल्मों में काम किया। और इन्होने अपने 34 वें जन्मदिन (birthday) पर ऋषिकेश के एक अनाथालय मदर मिरेकल से करीब 34 लड़कियों को गोद लिया था। इसके बाद से प्रति को 34 बच्चों की मां भी कहा जाने लगा। प्रीति ने इन बच्चियों की परवरिश के सहित उनकी पढ़ाई लिखाई का खर्चा उठाने का भी फैसला किया है।