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बिहार और झारखंड अलग-अलग राज्य बनने के बाद बिहार में प्राकृतिक खनिज के भंडार की कमी हो गई थी | क्योंकि जितने भी प्राकृतिक खनिज के भंडार हैं वह झारखंड राज्य में चला गया था और बिहार काफी इस मामले में पिछड़ गया था |

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भारत सरकार की एक रिपोर्ट के अनुसार हाल ही में बिहार में खनन के दौरान पोटाश , क्रोमियम और निकेल के भारी भंडार मिले हैं | य़ह भंडार औरंगाबाद और गया जिले में मिले हैं | बता दें कि बिहार के रोहतास जिले में क्रोमियम और निकेल के 1-1 खनन ब्लॉक हैं और औरंगाबाद और गया जिले में एक-एक पोटाश के भंडार आवंटित किए गए हैं |

भारत के खनन मंत्री प्रहलाद जोशी ने बिहार में मिले खनिज के भंडार का रिपोर्ट मांगा है | और कहा है जल्द ही उस पर एक रिपोर्ट तैयार कर इस खनिज भंडार को संचालित करने का प्लान ड्राफ्ट करें |

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बिहार के खान मंत्री भी इस उपलब्धि पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जल्द ही इस खान ब्लॉकों की नीलामी की जाएगी और इसे संचालित करने का जल्द से जल्द प्रयास किया जाएगा | आगे उन्होंने कहा कि भंडार के मिलने से बिहार में रोजगार का सृजन होगा लोगों को रोजगार मिलेगा |

बता दें कि खनिज भंडार के मिलने से बिहार देश के खनिज मानचित्र पर अंकित हो गया है | आने वाले समय में यहां पर और भी खनिज भंडार का स्रोत खोजा जाएगा | यह बिहार में नए रोजगार के अवसर प्रदान करेगी और बिहार की अर्थव्यवस्था को मजबूती भी देगी |

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बिहार में जो भंडार मिले हैं उसके बहुत सारे फायदे हैं | जैसे कि पोटाश खाद उद्योगों के लिए काफी जरूरी पदार्थ माना चाहता है | निखिल का प्रयोग उद्योगों में छोटे-मोटे इस्पात बनाने में किया जाता है | बड़े उद्योगों के लिए सहायक प्रोडक्ट भी इससे बनाए जा सकते हैं | जिससे बिहार की अर्थव्यवस्था का चक्र चलना शुरू हो जाएगा |

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...