आज ही नहीं हमेशा से पढने-लिखने वाले हरेक युवाओं की चाहत होती है की वो भी यूपीएससी की तैयारी करें और वो अधिकारी बने यूपीएससी भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक परीक्षा है. इस परीक्षा को पास करने के लिए कठिन परिश्रम करनी होती है.

Also read: छोटे से गाँव से आने वाली प्रीटी सेना में बनी लेफ्टिनेंट अब करेगी देश सेवा, गाँव की पहली लड़की ने हाशिल की यह मुकाम बधाई!

दरअसल आज के इस खबर में हम जिस आईएएस के बारे में बात कर रहे है उनका नाम सविता प्रधान है. और आपको बता दूँ की सविता प्रधान ने साल 2017 में यूपीएससी की परीक्षा क्लियर की थी. वहीँ इनके बारे में बताया जाता है की यह पढने में बचपन से ही एक तेज-तरार स्टूडेंट थी.

उसी का बेहद अच्छा परिणाम है की आज वो एक बढ़िया रैंक यानी की आईएएस जैसे देश के सर्वोच्च रैंक पर है. उन्होंने अपने बचपन की शिक्षा दीक्षा गाँव से ही की आपके जानकारी के लिए बता दे की सविता प्रधान अपने गांव की ऐसी पहली लड़की थी जो 10वीं पास की थी.

इनके बारे में बताया जाता अहि की यह एक मिडिल क्लास परिवार से आती है यह जब स्कूल से अच्छे मार्क्स से पास की थी तब इन्हें स्कोलरशिप दी गई थी जिसके वजह से इनका आगे का पढाई लिखाई आसान हो पाया. वहीँ कुछ टाइम बाद इनकी शादी भी हो गई लेकिन इन्होने पढाई नहीं छोड़ी और आखिरकार यूपीएससी जैसे बड़े एग्जाम को पास करके अधिकारी बन ही गई.

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...