टाटा डिजिटल (Tata Digital) ने इस डील की फाइनेंशियल डील का खुलासा नहीं किया है लेकिन रेग्युलेटरी फाइलिंग के मुताबिक कंपनी ने बिगबास्केट (BigBasket) में करीब 64 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है।
टाटा डिजिटल ने बिगबास्केट में मैज्योरिटी स्टेक का अधिग्रहण किया
अब टाटा ग्रुप का रिलायंस, ऐमजॉन और फ्लिपकार्ट से होगा सीधा मुकाबला
बिगबास्केट से बाहर निकला चीन का अलीबाबा ग्रुप और एक्टिस एलएलपी
टाटा डिजिटल (Tata Digital) ने ऑनलाइन ग्रॉसरी बिगबास्केट (BigBasket) में मैज्योरिटी स्टेक (Majority Stake) का अधिग्रहण कर लिया है। इस सौदे के साथ ही देश के सबसे बड़े औद्योगिक घराने टाटा ग्रुप (Tata Group) की अब रीटेल सेक्टर में मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की रिलायंस रीटेल (Reliance Retail), ऐमजॉन (Amazon) और फ्लिपकार्ट (Flipkart) जैसी दिग्गज कंपनियों से सीधी टक्कर का रास्ता साफ हो गया है। टाटा डिजिटल ने इस डील की फाइनेंशियल डील का खुलासा नहीं किया है लेकिन रेग्युलेटरी फाइलिंग के मुताबिक कंपनी ने बिगबास्केट में करीब 64 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है।
ईटी ने खबर दी थी कि बिगबास्केट के बोर्ड ने इसी हफ्ते इस डील को मंजूरी दी थी और टाटा डिजिटल ने बेंगलूरु की इस स्टार्टअप कंपनी में 20 करोड़ डॉलर का शुरुआती निवेश किया है।
बिगबास्केट में मैज्योरिटी शेयरहोल्डर चीन का अलीबाबा ग्रुप (Alibaba Group) और एक्टिस एलएलपी (Actis LLP) अब इससे निकल गए हैं। भारतीय प्रतिस्पर्द्धा आयोग (CCI) ने पिछले महीने इस डील को मंजूरी दी थी।
बिगबास्केट और ऑनलाइन फार्मेसी 1mg के बाद टाटा ग्रुप की नजर फिटनेस स्टार्टअप क्योरफिट (Curefit) पर है। रीटेल सेक्टर में रिलायंस इंडस्ट्रीज और ऐमजॉन से टक्कर के लिए इसे अहम माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक टाटा ग्रुप की Curefit के फाउंडर मुकेश बंसल से बात चल रही है। उन्हें टाटा के डिजिटल बिजनेस में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। बंसल ऑनलाइन फैशल रिटेलर मिंत्रा के को-फाउंडर भी हैं। पिछले 5 साल से वह Curefit को संभाल रहे हैं।
टाटा की अपने डिजिटल बिजनस को एक प्लेटफॉर्म के नीचे लाने के लिए सुपर ऐप लॉन्च करने की योजना है। ग्रॉसरी ई-कॉमर्स पर बड़ा दाव खेलने के साथ-साथ टाटा ग्रुप हेल्थकेयर और फिटनेस में भी निवेश कर रहा है। माना जा रहा है कि वह 1mg में 55 फीसदी हिस्सेदारी खरीद सकता है।
अब Curefit के अधिग्रहण को लेकर हो रही बातचीत इस बात का संकेत है कि टाटा की इन सेक्टरों के लिए कितनी बड़ी योजना है। ईटी ने इसी महीने खबर दी थी कि टाटा ग्रुप ने टाटा कैपिटल की अधिकृत शेयर कैपिटल 1,000 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 11,000 करोड़ रुपये कर दी है।