बिहार में बहुत दिनों बाद एक्टिव हुआ मानसून इसका नतीजा हुआ कि लगभग बिहार के पुरे हिस्से में शुरू हुआ बारिश इससे लोगों की गर्मी की समस्या दूर होगी और किसान को भी खेती करने में सहूलियत होगी चुकी धान की खेती को लोग वर्षा की खेती ही कहते है यह खेती बारिश के सीजन में ही किया जाता है | इसीलिए किसान को इस मौसम में बारिश की अधिक जरूरत रहती है | और यह मौसम में ठनका भी ठनकते है जिसके चलते लोगों को कभी कभी जान भी गवानी पड़ती है इसके चलते मौसम विभाग भी अपना अलर्ट जारी कर दिया है |

दरअसल बिहार में पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी के साथ ही ट्रफ रेखा राजस्थान, दिल्ली, बिहार, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिसा होते हुए बांग्लादेश तक जा रही है। इसके प्रभाव से उत्तर बिहार के 19 जिलों में तेज बारिश, वज्रपात की संभावना है। जबकि, दक्षिण बिहार के मध्य हिस्से में स्थित पटना, गया, नालंदा, नवादा सहित 14 जिलों में मध्यम बारिश होने के आसार हैं। जहां बारिश नहीं होगी, वहां बादल छाए रहेंगे। इससे उमसभरी गर्मी का अहसास होगा। मौसम विभाग ने ब्लू अलर्ट जारी किया है।

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सोमवार को पटना का अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 37.9 डिग्री और न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 27.4 डिग्री दर्ज किया गया। बिहार के 37 जिलों में सोमवार को सूखे की स्थित रही है। 33 जिलों में औसत से 100 प्रतिशत कम, वहीं चार जगहों पर 87 से 99 फीसदी कम बारिश हुई है। किशनगंज में 29.2 एमएम बारिश हुई है जो सामान्य से 119 फीसदी अधिक है।

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...