ऐसा कहा जाता है न कि जो आप कोई काम मेहनत और लगन से करें और आपको सफलता न मिले ऐसा हो नहीं सकता है | आज हम इस खबर में बात करने वाले है बिहार की बेटी नेहा मिश्रा के बारे में जी हाँ दोस्तों आपको बता दे कि नेहा बिहार के भागलपुर जिले की रहने वाली है | नेहा amazon में काम करती है | महामारी के बाद से वर्क फ्रॉम होम होने के कारण वह भागलपुर में अपने घर से ही Amazon के लिए काम करती है। नेहा का घर मूल रूप से तगेपुर, प्रखंड जगदीशपुर, जिला भागलपुर के रहने वाली है। आईये जानते है उनके संघर्षपूर्ण कहानी के बारे में।

नेहा मिश्रा के चर्चा आज पुरे बिहार ही नहीं बल्कि पुरे देश में हो रहा है | और उनके इस संघर्ष को सराहा जा रहा है | बता दे की नेहा के पिता का नाम मुकेश मोहन मिश्रा है | वहीँ उसकी माता का नाम शारदा मिश्रा है | नेहा संघर्षशील लड़की है | नेहा ने हाल ही में अपने माता-पिता को एक 35 लाख की आलीशान घर गिफ्ट की है | लेकिन घर की इतनी आमदनी नहीं थी। इस कारण मुकेश मोहन मिश्रा ने भागलपुर आकर टेम्‍पो चलाना शुरू कर दिया। किराये का एक मकान लेकर वह यहां रहने लगे। नेहा का माउंट कॉर्मेल स्‍कूल और प्रवीण का माउंट असीसी स्‍कूल में नामांकन कराया। दोनों ने यहीं से प्‍लस टू तक की पढ़ाई पूरी की।

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नेहा के पिताजी भी किये है संघर्ष

नेहा के पिताजी मुकेश मोहन मिश्रा का कहना है कि वह जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय भागलपुर परिचारी पद पर कार्यरत हैं। लेकिन इससे पहले वर्ष 1989 से 2000 तक भागलपुर में टेम्‍पो चलाकर उन्होंने अपने बच्‍चों को पढ़ाया। अपनी और स्‍वजनों की जिंदगी गरीबी में बिताई। इसके बाद 2000 से वर्ष 2014 तक डीएम के सरकारी आवास पर वायरल ऑपरेटर का काम किया। 2014 में जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में उनकी नौकरी लगी। वर्ष 2028 में वे सेवानिवृत हो जाएंगे।

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...