बिहार की राजधानी पटना में जाम की समस्या और सुगम आवागमन के लिए मेट्रो एक महत्वपूर्ण साधन होगा। आने वाले दिनों में पटना मेट्रो शहर वासियों के लिए लाइफलाइन बन जाएगी क्योंकि हर साल सड़कों पर वाहनों का दबाव बढ़ता जा रहा है। ऐसे में लोगों को शहर में चलने के लिए मेट्रो एक महत्वपूर्ण विकल्प के रूप में होगा। पटना शहर में कुल 32 किलोमीटर में मेट्रो का संचालन होगा।
18 किलोमीटर में मेट्रो अंडरग्राउड चलेगी, वैसे तो मार्च 2023 तक मेट्रो के पहले चरण का काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है लेकिन काम धीमी गति से चलने के कारण समय पर पूरा होने की कम उम्मीद है। अधिकारियों का कहना है कि 2024 के अंत तक पटना में मेट्रो ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार इस काम को दो सालों में पूरा करने की समय सीमा निर्धारित की गई है. इसमें लगभग 17.97 करोड़ की राशि खर्च होगी. इसके तहत आपूर्ति, इंस्टॉलेशन, टेस्टिंग और कमिशनिंग आदि का काम करना होगा. यहां यह भी बता दें कि पटना मेट्रो का पहला फेज पांच साल में पूरा करने की तैयारी है. इसके तहत सबसे पहले मलाही पकड़ी से आइएसबीटी यानी नए बस स्टैंड (Malahi Pakadi to ISBT Patna) तक परिचालन शुरू होना है. इसको लेकर जमीन अधिग्रहण से लेकर अन्य काम तेजी से जारी है |
जाम से मिलेगी राहत :
बिहार की राजधानी पटना में जिस रूट पर मेट्रो का परिचालन होगा वहां पर निजी और व्यावसायिक वाहनों का सड़क से ऐसे ही दबाव कम हो जाएगा। पटना में सबसे अधिक जाम की समस्या मुख्य शहर में है। यहां मेट्रो अंडरग्राउड रहेगी इसीलिए सड़क जाम की समस्या कम हो जाएगी। अफसरों का कहना है कि प्रत्येक दो किलोमीटर में एक स्टेशन बनाया जा रहा है।