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बिहार में मानसून अपनी स्थिति लगातार बदल रही है। पिछले दो-तीन दिनों से सूबे के विभिन्न इलाकों में हल्की, माध्यम बारिश जारी है। कहीं-कहीं तो घने काले बादल आ जाते हैं परंतु बारिश नहीं हो पा रही है। लेकिन इसी बीच बंगाल की खाड़ी से आने वाली हवा का प्रभाव धीरे-धीरे बिहार की ओर रुख करने लगा।

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जिससे बिहार में फिर से मानसून सक्रिय होने लगा। और बारिश (Rain) शुरू हो गयी है। बता दे की उत्तर बिहार के अधिकतर इलाकों में शनिवार को बारिश हुई। हालांकि, कहीं पर यह अधिक, तो कहीं रिमझिम होकर बरसी।

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मानसून फिर से धीरे धीरे सक्रिय हो रहा है: IMD पटना के क्षेत्रीय प्रभारी विवेक सिन्हा ने कहा कि 22 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में विशेष चक्रवात बन रहा है। लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की अधिक सक्रियता दिखा रहा है।

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इससे वातावरण में नमी बढ़ रही है। फिलहाल, बंगाल की खाड़ी से काफी मात्रा में नमी आ रही है। ट्रफलाइन के कारण उत्तर बिहार के अधिकतर जिलों में बारिश हुई। बता दे की पिछले एक हफ्ते से बारिश का सिलसिला कुछ कम हुआ था। लेकिन अब स्थिति फिर से बदलेगी। बारिश के दौरान गरज और ठनका की आशंका भी रहेगी। वही रविवार को भी विभिन्न जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है।

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बाढ़ प्रभावित इलाके के लोगों सता रहा है डर: बताते चलें की पिछले जून महीने में लगातार हुई मूसलाधार बारिश से कई नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया जिससे विभिन्न जिलों बाढ़ की चपेट में आ गया। फिर से उन लोगों की चिंता बढ़ गया है कि अगर बारिश हुई तो फिर से जलस्तर में बढ़ोतरी होगी।

बारिश से सबसे अधिक लाभ किसानों को होगा। क्योंकि, धान की रोपनी शुरू हो गयी है। माना जा रहा है कि इस बारिश से रोपनी में लाभ होगा। पहले अधिक बारिश से बिचड़ा गल गया था, फिर दो सप्ताह से बारिश नहीं होने से बिचड़ा सूख गया। जहां रोपनी हो चुकी थी, वहां सूखे के हालात से नुकसान पहुंचा था।

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...