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पूर्णिया. सरकार ने बाल विवाह के खिलाफ कड़े कानून बनाए हैं. इसके लिए लगातार जागरुकता अभियान भी चलाया जा रहा है. इसके बावजूद बिहार में एक नाबालिग बालिका वधू (Child Marriage) बन गई. मामला पूर्णिया जिले का है जहां एक नाबालिग लड़की की शादी कराने का मामला सामने आया है. पूर्णिया के डिमिया छतरजान यादव टोला में एक 14 साल की लड़की की शादी यूपी के अधेड़ दूल्हे (Groom) से करा दी गई. लड़की का कहना है कि वह शादी करना नहीं चाहती थी. वह अभी पढ़ना चाहती थी लेकिन उनके पिता गिरीश मंडल ने अपनी आर्थिक मजबूरी का हवाला देते हुए एक अधेड़ व्यक्ति से विवाह करवा दिया.

शादी के बाद भी लड़की अपने ससुराल नहीं जाना चाहती है. यूपी के मुरादाबाद से आये 40 वर्षीय दूल्हा अनेक पाल ने कहा कि उनके गांव के एक व्यक्ति की रिश्तेदारी पहले ही इस गांव में हुई थी. उन्हीं के सहयोग से यह रिश्ता तय हुआ और उसने यहां आकर रविवार को दीवानगंज काली मंदिर में शादी रचाई.

शादी काफी गुपचुप तरीके से हुई लेकिन जब सुबह में गांव वालों और चाइल्ड लाइन को इसकी सूचना मिली तो ग्रामीणों ने इस बाल विवाह का विरोध जताया.

लड़की के पिता गिरीश मंडल ने कहा कि उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी. लड़की की मां भी मानसिक रूप से कमजोर है. वह कमाने के लिए बाहर चला जाता है, ऐसे में उसने लड़की की शादी कराना ही उचित समझा. पिता का कहना है कि वो दान-दहेज देने में सक्षम नहीं था इसी कारण उसने यूपी के दूल्हे के साथ अपनी बेटी की शादी करवा दी.

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...