बिहार में यास तूफान के कारण पिछले दो दिनों में मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल गया था. प्रदेश के ज्यादातर जिलों में बारिश हुई है. बिहार के दक्षिण हिस्से में सबसे ज्यादा बारिश हुई है. आंधी बारिश के कारण जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हुआ है.
हालांकि तूफान अब बिहार में कमजोर हो गया है. राजधानी पटना समेत कई जिलों में सुबह सुनहरी धूप भी खिली है लेकिन आज भी बारिश के आसार उत्तर बिहार में बने हुए हैं. वहीं तूफान के कारण वातावरण में हुए बदलाव मानसून को आने में मदद करेगी.
मीडिया में चल रही खबरों की माने तो यास तूफान के कारण इस साल मानसून को आने में काफी मददगार साबित होगा. बताया जा रहा है कि अगले दो दिनों में इसके केरल में दस्तक देने की प्रबल संभावना है. इसके बाद यह धीरे-धीरे उत्तर भारत की तरफ कूच करेगा.
एक अनुमान के मुताबिक 12 या 13 जून को इसके बिहार में प्रवेश करने की संभावना लग रही है. मौसम के जानकार बता रहे हैं कि तूफान के कारण प्रदेश की हवा में काफी नमी भर गई है. यह नमी तूफान को आगे बढ़ने में काफी मददगार साबित हो सकती है.
जिसके कारण प्रदेश में इसबार अच्छी बारिश होने की संभावना है. मौसम विज्ञानियों का कहना है कि सबकुछ सही रहा तो बिहार में पूर्णिया के रास्ते मानसून 13 जून के करीब प्रवेश कर सकता है.
आपको बता दें कि प्रदेश में जून से लेकर सितंबर तक मानसून की बारिश होती है. इस साल सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना जताई गई है.
मानसून को लेकर कहा जा रहा है कि इस बार किसानों के लिए लाभदायक हैं लेकिन यास तूफान में मूंग की फसलों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. सब्जी उत्पादक किसानों को इससे अधिक नुकसान पहुंचा है.