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⭕तीन बार हुए NDA में फेल
दैनिक भास्कर में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, सुबोध ने ग्रेजुएशन किया और उसके बाद MBA किया. एक ऐसा भी समय था जब वह भारतीय सेना में भर्ती होने के लिए तीन NDA की परीक्षा दी. लेकिन तीनों बार उनके हाथ असफलता ही लगी. झारखंड के छोटे से गांव से आने वाले सुबोध ने इसके बाद UPSC की परीक्षा दी. UPSC क्रैक करके वह IPS अधिकारी बने. बताया जाता है कि वह काफी कम उम्र में IPS अधिकारी बन गए थे.

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RAW का रह चुके हैं हिस्सा
सुबोध कुमार को साफ छवि वाला अफसर माना जाता है. उनके करियर की बात करें, तो वह इससे पहले CISF के डायरेक्टर जनरल, महाराष्ट्र के DGP, और मुंबई ATS प्रमुख की जिम्मेदारी निभा चुके हैं.

उन्हें साल 2009 में प्रेसिडेंट पुलिस मेडल से नवाजा गया. इसके अलावा वह रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) का भी हिस्सा रह चुके हैं. यहां तक वह प्रधानमंत्री को सुरक्षा देने वावी फोर्स, स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) के इंटेलिजेंस ब्यूरों में काम कर चुके हैं. 

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...