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UPSC Success Story: लगातार चार बार में नहीं मिली सफलता नहीं माने हार पांचवीं प्रयास में बने टॉपर, पुरे भारत में लाई 12वीं स्थान

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Mithun Premraj IAS: दोस्तों देश के सबसे कठिन और सबसे बड़े लेवल की परीक्षा यूपीएससी की परीक्षा को मानी जाती है इस परीक्षा में केवल एक राज्य नहीं बल्कि पुरे भारतवर्ष के स्टूडेंट इस परीक्षा में भाग लेते है और न जाने कितने महीने सालों पहले से इसकी तैयारी करते है तब जाकर उनको सफलता हाथ लगती है.

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दोस्तों आप इस चीज से आज के जमाने की कम्पीटीशन का अंदाजा लगा सकते है की अभी अगर 1000 सीट की वैकेंसी आती है तो उसके लिए कम से कम 10 लाख अभ्यार्थी भाग लेंगे और उसमें सफलता उन्ही को मिलेगा जो इस सीट के लिए पूर्ण रूप से दावेदार होंगे.

लेकिन दोस्तों कुछ अभ्यार्थी ऐसे भी होते है जो बहुत दिनों से तैयारी करते है लेकिन उनको सफलता नहीं मिलती है. किसी-किसी अभ्यार्थी को तो चार पांच बार में भी सफलता नहीं मिलता है उसके बाद भी जो लगे रहते है और अपनी कमिय को दूर करते है और मन लगाकर पढाई करते है तो उनको एक न एक दिन सफलता जरूर मिलती है.

दोस्तों आज के इस खबर में हम जिस शख्स के बारे में चर्चा करने वाले है उनका नाम मिथुन प्रेमराज है और इन्हें लगातार चार बार यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हाथ नहीं लगी लेकिन मिथुन ने कभी हार नहीं मानी यही कारण है की मिथुन को एक दिन उसका परिणाम मिला और पुरे इंडिया में 12वीं रैंक हाशिल किया.

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