Site icon First Bharatiya

IAS Success Story: दो बहने एक ही किताब से साथ में पढ़ी दोनों साथ म रहती भी थी बनी आईएएस अधिकारी, जानिये दोनों बहनें की सफलता का राज

jytjt

दोस्तों यूपीएससी का परीक्षा कितना कठिन होता है ये किसी से छुपा हुआ नहीं है. आज के समय उन हर पढने-लिखने वाले युवाओं का सपना होता है की वो यूपीएससी की परीक्षा पास करें और आईएएस आईपीएस जैसे बड़े पद की कुर्सी पर बैठे आज के इस खबर में हम बात करने आले है दो बहनें के बारे में जो आईएएस अधिकारी बनी है.

Also read: घर की आर्थिक स्थिति नहीं थी ठीक! सब्जी बेचकर मां-बाप ने अपने बेटे को बनाया IPS अधिकारी

दोस्तों यूपीएससी का परीक्षा इतना आसान नहीं होता है की कोई आसानी से पास कर ले, लेकिन इतना कठिन भी नहीं होती है की कोई मेहनत करें और उसको सफलता न मिले एक कहावत है की मेहनत करने वाले की कभी हार नहीं होती चलिए जानते है इन दोनों बहने के बारे में…

Also read: पापा, IAS बन गया हूं…चिलचिलाती धुप में मजदूरी कर रहे थे पिता, आया बेटा का फ़ोन ख़ुशी के मारे खेत में ही निकले ख़ुशी के आंसू….पढ़िए कहानी

दोस्तों यूपीएससी की में सफलता कभी कभी पुरे जिला में मात्र 1 अभ्यार्थी को मिलता है. वहीँ कभी कभी तो ऐसा भी होता है की पुरे जिला भर में भी किसी को नहीं मिलता है लेकी अगर यहीं एक ही घर में जब दो बहनें को यूपीएससी जैसे बड़े लेवल की परीक्षा में कामयावी मिलती है तो ये चर्चा का विषय बन जाता है.

दोस्तों हम जिन दो बहनें के बारे में बात कर रहे है है उनका नाम कुछ इस प्रकार से है अंकिता जैन और वैशाली जैन दोस्तों दोनों बहने की रैंक भी काफी शानदार है आपको बता दूँ की अंकिता जैन को ऑल इंडिया में तीसरा रैंक प्राप्त हुआ जो अपने आप में बहुत बड़ी बात होती है.

वहीँ वैशाली जैन को पुरे भारत में 21वीं रैंक हाशिल हुआ. दोनों बहनें की सफलता मिलने के बाद एक ही परिवार के दो बेटी एक साथ बनी आईएएस ऑफिसर दोस्तों दोनों बहने बताती है की हम दोनों ने साथ-साथ मेहनत किये थे और हमने अपनी बहन के नोट्स से भी हेल्प ली थी.

दोनों बहनें एक साथ बनी आईएएस

एक ही किताब से दोनों बहन करती थी पढाई

एक को आया तीसरा रैंक तो दूसरा को आया 21वां रैंक

Exit mobile version