aeb6d8f9 6e8b 42c5 9a6f 578c52bacb25 55

आज हम आपको एक ऐसे बिहार के छात्र के बारे में बताने जा रहे है | जो की अमेरिका के newyork सिटी से पढ़कर आये हैं | जी हाँ दोस्तों हम बात कर रहे है | बिहार के राजधानी पटना में रहने वाले किसलय शर्मा को साल 2015 में अपनी पोस्ट-ग्रेजुएशन के दौरान अमेरिका के न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी में फुल स्कॉलरशिप पर इंटर्नशिप करने का मौका मिला। पढ़ाई में हमेशा से ही अव्वल रहे किसलय के परिवार और जान-पहचान वालों को लगा था |

लेकिन बिहार के लाल किसलय के दिमाग में कुछ और ही चल रहा था। उन्हें भले ही न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी की स्कॉलरशिप मिली, लेकिन उनके मन में हमेशा से ही अपने देश और अपने बिहार एवं समाज के लिए कुछ करने की भावना थी। उनकी यह भावना इतनी प्रबल थी कि आज वे लगभग सैकड़ों बच्चों को मुफ़्त में शिक्षा दे रहे हैं।

“मैं सोच रहा था कि मेरे घर में तो हमेशा से पढ़ाई-लिखाई का माहौल रहा, इसलिए मुझे इस तरह की इंटर्नशिप, स्कॉलरशिप आदि का पता चलता रहा। पर बिहार में ऐसे बहुत से बच्चे हैं जिनमें काबिलियत तो है पर जागरूकता का अभाव है।”

:-किसलय शर्मा

बता दे की बिहार के लाल किसलय शर्मा साल 2012 से ही शिक्षण कार्य से जुड़े रहे हैं क्यूंकि उन्हें जब भी मौका मिला तो वे बच्चों को ट्यूशन आदि पढ़ाते रहे हैं. हालाँकि कॉलेज और इंटरशिप के दौरान वे इसे रेगुलर बनी चला पाए. इसलिए जब वे यूएस से वापस आये तो उन्होंने ठान लिया कि वे इसी दिशा में अपना कार्य करेंगे। यहीं से उन्होंने जाग्रति अभियान की शुरुआत की और इसकी सबसे बड़ी प्रेरणा उन्हें अपने पिता से मिली है |

81941245 1021649054864566 2230508677251465216 n

उनके पिता डॉ वी बी शर्मा हैं. वे 9 से 12 वीं तक के छात्रों को पढ़ाते हैं। वे गणित पढ़ाते हैं और उनके पिता फिजिक्स पढ़ाते हैं. इसके आलावा अन्य विषयों के लिए भी उनके पास शिक्षक हैं. शर्मा के कुछ दोस्त भी इससे जुड़े रहे हैं | वे यहाँ बच्चों को कोचिंग देने के साथ ही साथ अन्य जानकारी भी दी जाती है जो उनके करियर से जुडी हुई है. तीन महीने के अंतराल पर क्विज प्रतियोगिता और कॉउन्सिलिंग भी होती है , यह उनके माता पिता के लिए भी होता है ताकि उन्हें मालूम पड़ सके कि पढाई में उनके बच्चे की क्या स्थिति है |

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...