बिहार के राजगीर की वादियों में दो पहाड़ों के बीच स्थित ज़ू सफारी बनकर तैयार है। इसे नवंबर माह के अंत तक शुरुआत करने की योजना है। अब बिहार में हर साल 3.5 करोड़ पर्यटक बिहार भ्रमण के लिए आने लगे हैं। बिहार के राजगीर में स्वर्ण गिरी और वैभार गिरि पहाड़ियों की तलहटी में जू सफारी का मनोरम और अद्भुत नजारा देखने लायक है। यहां खुले में विचरण करते जंगली जानवरों के बीच पर्यटक सुरक्षित तरीके से वाहनों से भ्रमण कर सकेंगे।
पर्यटकों को जू सफारी का दीदार करने के लिए अभी थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। नवंबर माह के अंत तक पर्यटकों के लिए यह ठिकाना खुल जाएगा। यहां घने जंगल के बीच शेर, बाघ, तेंदुआ, भालू और हिरण विचरण करते दिखेंगे। खास बात यह है कि राजगीर जाने के लिए दिल्ली, लखनऊ, वाराणसी, पटना और गया जैसे शहरों से सीधी ट्रेन सेवा उपलब्ध है। पटना, गया और दरभंगा यहां के नजदीकी एयरपोर्ट हैं। यह क्षेत्र हिंदू, जैन और बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है।
- 191 हेक्टेयर में बने इस जू में है 5 तरह के जानवर
- सैकड़ो प्रजाति की तितलियों के लिए बनाया गया है तितली घर
- दिसंबर माह से भ्रमण के लिए आ सकेंगे पर्यटक
पर्यटकों को जू सफारी का दीदार करने के लिए अभी थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। नवंबर माह के अंत तक पर्यटकों के लिए यह ठिकाना खुल जाएगा। 191 हेक्टेयर में बने जू सफारी में शेर, बाघ, तेंदुआ, भालू और हिरण का अलग-अलग सफारी बना हुआ है। अपने इलाके में ये जानवर विचरण करते नजर आएंगे। पर्यटक मजबूत ग्लास (शीशा) लगे बंद वाहन में सवार होकर उन्हें नजदीक से देखने का आनंद उठाएंगे।