किशनगंज के थानेदार की हत्या शनिवार की सुबह करीब चार बजे की गई. बताया जा रहा है कि छापेमारी करने गई टीम पर भीड़ ने अचानक हमला बोल दिया. इस दौरान बाकी पुलिसकर्मी तो बच निकले, लेकिन अंधेरे में इंस्पेक्टर अश्विनी अपराधियों के हाथ लग गए.
शहीद हुए बिहार के किशनगंज के जांबाज पुलिस इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार की मां का भी निधन हो गया है. अश्विनी कुमार की मां उर्मिला देवी 70 वर्ष की बुजुर्ग थी. रविवार की सुबह जैसे ही उन्होंने अपने बेटे के शहीद होने की खबर सुनी वो यह सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई
और उनके घर पूर्णिया जिला के जानकीनगर थाना के पांचों मंडल टोला में उनका निधन हो गया. उर्मिला देवी पहले से ही हर्ट की मरीज थी.
परिजन उनको बेटे की मौत की सूचना नहीं दे रहे थे लेकिन जैसे ही उन्हें यह सूचना मिली कि वह सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई.
अब एक ही घर से शहीद और उनके मां दोनों की अर्थी एक साथ निकलने वाली है. आज यानी रविवार को करीब 2 बजे गांव में ही दोनों का अंतिम संस्कार होगा.
इस घटना की सूचना मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई है. हर कोई शहीद दरोगा के बहादुरी कर्तव्यनिष्ठा और इमानदारी की प्रशंसा कर रहे हैं
किशनगंज नगर थाने के SHO अश्विनी कुमार अपनी टीम के साथ एक लूट कांड के मामले में छापेमारी करने गए थे.
इसी दौरान हिंसक भीड़ ने उन्हें पीटकर मार डाला. इस मामले में डीजीपी एसके सिंघल ने पश्चिम बंगाल के डीजीपी से बात की है |