AddText 06 12 12.15.20

कुछ सालों पहले किसी ने सोचा भी नहीं था कि आने वाले कुछ सालों में भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicle) का कारोबार इतनी तेजी पकड़ लेगा। सबको यही लगता था कि भला इन गाड़ियों को चार्ज करना कितना परेशानी भरा काम होगा। जबकि ईंधन से चलने वाली गाड़ियों को तेल भरवा के चाहे जहाँ दौड़ाओ। लेकिन हालात और नज़रिया लोगों का अब दोनों बदल रहा है। जिस तरह से तेल की कीमतों में इज़ाफ़ा और सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों पर सब्सिडी देने की शुरुआत की है, उससे बदलाव दिखाई पड़ने लगा है।

सोसाइटी ऑफ मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की मानें तो साल 2020 लॉकडाउन के कारण भले ही चुनौतीपूर्ण रहा लेकिन इस साल इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री 20 फीसदी तक बढ़ी है। क्योंकि लॉकडाउन के बाद हर कोई अपने वाहन से सफ़र करना चाहता है। ऐसे में जब तेल की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं, तो इलेक्ट्रिक वाहन लोगों के पास एक विकल्प बनकर उभरा है। ऐसे में लोग इलेक्ट्रिक गाड़ियाँ खरीदने में बेहद दिलचस्पी दिखा रहे हैं।

पुणे स्थित नेक्सजू मोबिलिटी (Nexzu Mobility) एक स्टार्टअप है जो इंडिया में ई-साईकल बनाती है। इस स्टार्टअप को 2015 में अतुल्य मित्तल (Atulya Mittal) ने शुरू किया था। अतुल्य हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से पढ़े हुए हैं। अतुल्य बताते हैं कि जब एक बार एक अपनी कंपनी ‘पापा जाॅन इंडिया’ के लिए पिज्जा डिलीवरी के लिए इलेक्ट्रिक स्कूटर या साइकिल ढूँढने गए तो कहीं नहीं मिली,

तो उन्हें बड़ा दुख हुआ। इसी बात को समझते हुए अतुल्य मित्तल ने सोचा क्यों ना एक ई-साइकिल की कंपनी बनाई जाए। जो कि लोगों के लिए कम क़ीमत में ई-साइकिल उपलब्ध करवाए। उन्होंने आगे चलकर इसी स्टार्टअप पर दांव लगाया। जो कि पिछले एक-दो साल से बेहद तेजी पर है।

ये कंपनी महाराष्ट्र (Maharashtra) के नज़दीक पुणे में अपनी इस साइकिल का निर्माण कर रही है। इस साइकिल को आप स्कूटर या बाइक के तौर पर भी प्रयोग कर सकते हैं। क्योंकि इस साइकिल में 36V, 250 WUB HUB ब्रशलेस DC मोटर दिया गया है। जो कि किसी मोटरसाइकिल के बराबर ताकत देता है। साथ ही मोटर को पावर देने के लिए 36V, 5.2 MAh की बैटरी दी गई है। ताकि साइकिल लंबी दूरी तय कर सके।

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...