वो कहते हैं कि जिनके हौसलों में उड़ान होती है उनके लिए हर लक्ष्य छोटा हो जाता है। आज हम आपको एक ऐसे व्यक्ति की कहानी बताएंगे जिसने परिवार की स्थिति को देख करके मेहनत की और भारतीय सेना में भर्ती हो गए। सेना में रहकर भी आज वह अपने बचपन के शौक को पूरा कर रहे हैं। हम बात कर रहे हैं राजस्थान के जिला झुंझुनू तहसील खेतड़ी गांव हरडिया के रहने वाले सुनील कृष्णियां की।

सुनील कृष्णियां के जीवन के बारे में आपको बताएं तो उनकी उनका जन्म एक सामान्य परिवार में हुआ, उनके पिता एक किसान थे। लेकिन जब सुनील दसवीं कक्षा में पढ़ा करते तब उनके पिता का किसी बीमारी के चलते निधन हो गया। इसके बाद उनकी मां और सुनील की जिम्मेदारी सुनील के कंधों पर आ गई। अपने परिवार की जिम्मेदारी उठाने के लिए सुनील ने मेहनत करना शुरू कर दिया। उन्होंने नौकरी की तैयारी करना शुरू कर दिया, सुनील बताते हैं कि जब उन्होंने 12वीं कक्षा पास की तब 19 वर्ष की आयु में उनका चयन सीमा सुरक्षा बल यानी बीएसएफ में हो गया।

Also read: Bullet Train In Rajsthan: दिल्ली – अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत राजस्थान के 7 जिलों के 335 गावों से होकर भी गुजरेगी बुलेट ट्रेन, खबर में जानिए पूरी डिटेल्स…

19 वर्ष की आयु में उन्होंने भारतीय सेना को ज्वाइन कर लिया। सुनील सिक्योरिटी फोर्स में बतौर सिपाही भर्ती हुए। सेना में भर्ती होने के पीछे सुनील बताते हैं कि उनके कंधों पर परिवार की जिम्मेदारी थी। उन्हें पता था कि परिवार एक अच्छी स्थिति में नहीं है, उसको सुधारने के लिए उन्हें मेहनत करनी पड़ेगी। अपने परिवार के लोगों की थोड़ी मदद से वह भर्ती हो गए। आज सुनील भारतीय सेना में 8 साल से नौकरी कर रहे हैं।

गाने लिखने के अलावा सुनील ने भारतीय सेना में रहकर आगे की पढ़ाई भी की है। सेना में रहते हुए उन्होंने बीए के बाद MA की पढ़ाई भी पूरी की। सुनील बताते हैं कि उनका परिवार एक अच्छी स्थिति में नहीं था लेकिन उन्होंने मेहनत करके सेना में भर्ती हुए और अब जीवन अच्छा चल रहा है। इसके अलावा और बताते हैं कि उनके गाने का लिखने लिखने का शौक आज भी जारी है। वह और भी गाने लिख चुके हैं,भविष्य में वह दो तीन गाने बैक टू बैक रिलीज करने की तैयारी कर रहे हैं।

वाकई एक गरीब परिवार से उठकर सुनील ने सेना को ज्वाइन किया और अपने शौक को जिंदा रखने के लिए भी गाने भी रिलीज कर रहे हैं हम सुनील की मेहनत को तो सलाम करते है ही साथ उन्हें उनके के आने वाले भविष्य के सभी प्रोजेक्ट के लिए बधाइयां देते हैं। उम्मीद जताते हैं कि जिस तरीके से वह सेना में रहकर के देश की सेवा कर रहे हैं, वैसे ही अच्छे-अच्छे गानों से लोगों का मनोरंजन भी करते रहेंगे।

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...