दोस्तों आज भी इस संसार में इंसानियत जिंदा है लेकिन कुछ लोगों की वजह से धर्म जात-पात को लेकर पुरे समुदाय को उसका सजा भूगतना पड़ता है | आज हम आपको एक ऐसी घटना के बारे में बताने जा रहे है जिसे जानने के बाद आपको भी यकीन हो जाएगा की आज भी इस दुनिया में इंसानियत है |
दरअसल, कोलकाता में एक जगह है जिसका नाम है उत्तरी दिनाजपुर वहां एक मुस्लिम युवक ने अपने दोस्त हिंदुआ भाई की जान बचाने के लिए अपना एक किडनी दे दिया | इस हिन्दू-मुस्लिम भाईचारे को पूरा दुनिया सलाम कर रही है | इसके लिए युवक ने सबसे पहले स्वास्थ विभाग को एक लिखित आवेदन दिया जिसमे उसने लिखा की मेरा दोस्त बहुत बीमार है अगर उसको सही समय पर सही इलाज नहीं हुआ तो वह नहीं बाख पायेगा | इसीलिए मै उसके जान बचाने हेतु अपना अंगदान करना चाहता हू |
तो स्वास्थ विभाग ने वहां के स्थानीय पुलिस को जांच करने के लिए आदेश दिया की क्या यह बात वास्तव में सही है | यह यह युवक पैसे के चलते अवैध रूप से अपना अंग किडनी दान करना चाह रहा है | फिर पुलिस ने अपनी जांच की प्रक्रिया शुरू की लेकिन जांच में ऐसा कुछ नहीं पाया गया और हसलू मोहम्मद को को अपनी अंग दान करने की इजाजत मिल गई |
बता दे की जो मुस्लिम शख्स ने अपनी किडनी दान की है उसका नाम हसलू मोहम्मद है और जिसका उसने जान बचाया है उसका दोस्त का नाम अचिंत्य बिस्वास है और दोनों में पिछले कई सालों से गहि दोस्ती है | दोनों की दोस्तीं इतनी गहरी है की उसका अंदाज़ आप इस बात से लगा सकते है की दोनों एक दुसरे के लिए अपनी जान की बाज़ी लगाने को तैयार है |