आज हम आपको एक ऐसे दयालु जनसेवक का एक किस्सा बताने जा रहे हैंजिसमें उन्होंने एक वृद्ध महिला की ज़िन्दगी बदल दी। एक बूढ़ी 80 वर्ष की महिला,जो अपने घर में अकेली रहती थी और बहुत दिनों से बीमार थी। उसने कई दिनों से खाना भी नहीं खाया था।वह ठीक से उठ बैठ भी नहीं पाती थी और ऐसे जर्जर हालातों में सिर्फ़ ईश्वर को प्रार्थना करती थी कि वह उसे अपने पास बुला ले।
उस बूढ़ी महिला के घर में ज़्यादा बर्तन भी नहीं थेतो वह महिला डीएम साहब से कहती है कि साहब हम लोग तो केले के पत्तों पर ही खाना खाया करते हैं,इस पर डीएम साहब ने कहा अति उत्तम! ऐसा है तो मैं भी आज केले के पत्तों पर ही खाना खाऊंगा।फिर उन्होंने वृद्ध महिला के साथ बैठकर खाना खाया । ऐसा कहकर कलेक्टर साहब गाड़ी में बैठ वापस चले जाते हैं और वह वृद्ध महिला अश्रुपूरित नेत्रों से उन दयालु डीएम साहब को देखती रहती है।