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अमेरिका में एक राज्य है, जिसका नाम है मिनेसोटा, जहां के लोग ‘सोने की मछली’ यानि गोल्डेन फिश को पोखर में फेंक रहे हैं, जिसके बाद प्रशासन को चेतावनी जारी करनी पड़ी है। दरअसल, औसत गोल्ड फिश जब छोटे एक्वैरियम में रखी जाती है तो वो दो इंच से ज्यादा लंबी नहीं होती है, लेकिन मिनेसोटा के बर्न्सविले शहर में अधिकारी उस वक्त चौंक गये, जब उन्हें फुटबॉल के आकार के दुर्लभ सोने की मछलियां मिलीं।

गोल्ड फिश बेहद खतरनाक मछली मानी जाती है, जो पर्यावरण के लिए ये काफी घातक होती हैं। अब लोग उसे पोखर में फेक रहे जो की वह पोखर में जाते समय ही उसकी साइज़ में धीरे धीरे विरधी होने लगती है जिससे उसका साइज़ में अत्यधिक विरधी हो जाती है जो की पर्यावरण के लिए घटक है|

मिनिसोटा राज्य के बर्न्सविले शहर के केलर झील के एक सर्वेक्षण के दौरान कई गोल्डेन फिश को पकड़ा गया है और फुटबॉल के आकार के इन सोने की मछलियों को देखकर खुद मत्स्य विभाग हैरान-परेशान है, क्योंकि अब से पहले इतनी बड़ी बड़ी गोल्डेन फिश नहीं देखी गई हैं।

प्रशासन की तरफ से ट्वीट करते हुए कहा गया है कि ”गोल्डेन फिश पर्यावरण को खराब करने का काम करती हैं, इसीलिए आप छोटी-छोटी पालतू और दुर्लभ गोल्डेन फिश को पानी में नहीं फेंके। आपकी उम्मीद से ज्यादा गोल्डेन फिश का विस्तार होता है और वो फुटबॉल के आकार तक वृद्धि कर सकती हैं। ये गोल्डेन फिश पानी की क्वालिटी को काफी जल्दी खराब कर देती हैं और पानी में कई अवांछित तत्वों को जन्म देती हैं, और हमें बड़ी बड़ी गोल्डेन फिश का पूरा ग्रुप मिला है।’

आपको बता दें कि अमेरिका में पहले भी गोल्ड फिश काफी उत्पात मचा चुकी है और पिछले साल अक्टूबर में कार्बर काउंटी में अधिकारियों को 50 हजार गोल्ड फिश को हटाने में 3 सालों का समय लगा था। सिर्फ अमेरिका ही नहीं, बल्कि, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन भी गोल्ड फिश की वजह से काफी परेशान होते रहते हैं।

2010 में ब्रिटेन में गोल्ड फिश ने कई झील से दूसरी मछलियों और दूसरे पानी के जीवों को पूरी तरह से खत्म कर दिया था और उस वक्त ब्रिटेन में झीलों से 3 किलो से ज्यादा के गोल्ड फिश मिले थे और फिर एक कार्यक्रम चलाकर गोल्ड फिश को हटाया गया था।

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...