लगभग हर घर में एक बच्चे के बाद लोग जल्द ही दूसरे बच्चा चाहते हैं लेकिन सिर्फ बच्चे को जन्म देना काफी नहीं अगर आप पहले बच्चे के बाद दूसरा बच्चा सोचते हैं तो इसके बीच अंतर होना बहुत ही आवश्यक है. इसके अलावा अगर देर से भी कोई लेडी मां बनी है तो इससे दिक्कत होती है.
अगर कोई काफी कम समय में दूसरे बच्चे की सोच रहा है तो ऐसी सिचुएशन में भी कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. दूसरा बच्चा कब करना है और कितने साल और वेट करना है, इन सब बातो को पूरी डिटेल से आज हम आपको बताने जा रहे है
एक अध्ययन के मुताबिक, अगर कोई दूसरे बच्चे का सोच रहा है तो दो बच्चों के बीच कम से कम डेढ़ साल से दो साल का गैप होना जरूरी है. अगर कोई कपल डेढ़ साल से पहले दूसरे बच्चे की सोच रहा है तो ऐसी सिचुएशन में आपके होने वाले दूसरे बच्चे का वेट कम हो जाएगा. और समय से पहले बच्चा होने के चांस होते है.
हालाँकि एक्सपर्ट से ज्यादा आप जानते है कि आपको परिवार कब आगे बढ़ाना हैं और आपको कब दूसरा बच्चा करना है अगर कम गैप में और जल्दी से दूसरी बच्चा कर लेते हैं तो इसके कारण से लाभ और समस्या दोनों ही हो जाते है. एक से दो साल की गैप जरूरी रहती है नहीं तो कम समय में माँ के साथ साथ बच्चे को भी बहुत बड़ी समस्या उठानी पर सकती है.
बता दें कि दूसरे बच्चे के समय मां का पूरा ध्यान रखिए आप इस बारे में डॉक्टर की भी मदद ले सकते हैं. जानकारी के लिए आपको बता दें कि कुछ रिसर्च के मुताबिक, यदि आपकी दूसरी बच्चे के बीच एक साल से कम का अंतर होता है तो ऐसी स्थिति में पहले डिलीवरी होने की संभावना बढ़ती है.
वहीं कई बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है. ऐसे में मां की जान को भी खतरा रहता है. दरअसल पहली डिलीवरी सी सेक्शन हुई है तो दूसरे बच्चे के जल्दी होने से माता के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है. पहली डिलीवरी के समय लगने वाले टांके अगर अच्छी तरह से नहीं सुखे हैं तो ऐसे में दूसरी डिलीवरी में वह बहुत जल्दी खुल जाएंगे.
आपको बता दें कि अगर दो बच्चों के बीच ज्यादा समय का गैप रखते है तो ऐसी सिचुएशन में कई बार प्रजनन क्षमता कमजोर हो जाती है जिसके कारण दूसरे बच्चे में दिक्कत आ सकती है. अगर ज्यादा उम्र में बच्चे को जन्म दे तो इसके कारण से कई प्रकार की स्वास्थ्य से जुड़ी हुई समस्याएं होती है.