रिटायर के बाद आईएस को बहुत साडी सुबिधाये मिलती है जैसे उनको पेंशन के तौर पर उनको पैसा दिया जाता है और आईएस बनाना इतना आसन भी नहीं होता है आईएस बनाने के लिए बहुत म्हणत करनी पड़ती है फिर जा क्र स्लेक्टिओं होता है उसके बाद भी बहुत प्रक्रिया होती है इंटरव्यू होती है पहले उसमे कोगो को पास करना ज़रूरी होता है तब ही आईएस बन सकता है

रिटायर होने के बाद उनको सरकार के तरफ से सुबिधा दी जाती है पुलिस की कियुकी ड्यूटी के दौरान कुछ लाफ्रे हो जाते है तो उनको दर रहता है और जन का भी जोखिम रहता है.

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और बैसे लोग जो रिटायर कर गए और अभी वो जॉब करने लायक है तो उनको अलग बिभाग में भी जॉब दिय जाता है

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...