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श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टी20 मैच में उतरी टीम इंडिया को 4 विकेट से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था. जिसे लेकर वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. बुद्धवार को दोनों टीमों के बीच टी20 सीरीज का दूसरा मैच खेला गया था.

इस मैच में 133 रन के लक्ष्य को चेस़ करने उतरी मेजबान टीम ने शानदार जीत हासिल की है. दोनों टीमों ने सीरीज पर 1-1 से बराबरी कर ली है. लेकिन, जिस तरह से भारत को दूसरे मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा है, इसे लेकर पूर्व बल्लेबाज ने अपना बयान दिया है.

दूसरे टी20 में टॉस जीतकर शनाका ने भारत को बल्लेबाजी का न्योता दिया था. पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया ने 20 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 133 रन का लक्ष्य खड़ा किया था. लेकिन, गेंदबाजों के लिए फायदेमंद साबित होने वाली इस पिच पर टीम इस स्कोर को बचा नहीं सकी. इस लक्ष्य को विरोधी टीम ने 2 गेंद शेष रहते ही हासिल कर लिया था.

ऐसे में पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) ने हार के बारे में बात करते हुए बताया कि, किस जगह पर शिखर धवन (Shikhar dhawan) से चूक हुई? उनका मानना है कि, पिच के मुताबिक कप्तान ने अपने गेंदबाजों का सही फायदा नहीं उठाया. उनका मानना है कि, नवदीप सैनी (Navdeep Saini) का इस्तेमाल वो बीच के ओवरों में सकते थे. साथ ही उन्हें स्पिन फ्रेंडली पिच पर नीतीश राणा (Nitish Rana) का भी इस्तेमाल करना चाहिए था.

इन गेंदबाजों का फायदा ना उठाकर कप्तान ने की गलती

इस बारे में बातचीत करते हुए वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) ने क्रिकबज ससे कहा कि,

‘वरूण चक्रवर्ती ने दिखाया है कि आप उन्हें अंतिम ओवरों में गेंदबाजी करा सकते हैं और केकेआर के लिए उन्होंने इस तरह से प्रदर्शन भी किया है. पावरप्ले के बाद जब कुलदीप यादव और राहुल चाहर ने विकेट ली थी तो उस समय नीतीश राणा से दो ओवर कराए जा सकते थे.

शायद वहां धवन ने गलती कर दी. अंत में जिस तरह से भारतीय गेंदबाजों ने रन लुटाए वो भी दुख देने वाले थे. आप चाहे जो मर्जी कहो कि आप नए लड़कों को मौका दे रहे हो लेकिन आपकी प्रायोरिटी मैच में जीत हासिल करना होना चाहिए.’

पूर्व क्रिकेटर खुद कप्तान होते तो क्या फैसला करते?

वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) ने इस सिलसिले में अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि,

“यदि वो इस मुकाबले में कप्तान होते तो नवदीप सैनी से बीच में जरूर ओवर कराते. उन्होंने ये भी कहा कि, ‘मैं चक्रवर्ती का इस्तेमाल डेथ ओवर में करता और कुलदीप यादव के अनुभव का भी फायदा उठाता. तेज गेंदबाजों को आखिरे के ओवरों में चौके लग सकते हैं. क्योंकि इस पिच पर स्पिनर्स को खेलना मुश्किल था.”

नवदीप सैनी से नहीं कराया गया एक भी ओवर

दरअसल दूसरे टी20 मुकाबले में भारतीय टीम 6 गेंदबाजों के साथ मेजबान के खिलाफ उतरा था. लेकिन, शिखर धवन ने सिर्फ 5 ही गेंदबाजों का इस्तेमाल किया. जिनमें से चेतन सकारिया काफी महंगे साबित हुए. इसके बाद भी उनसे अंतिम के ओवर कराए गए.

जबकि नवदीप सैनी से एक भी गेंद ओवर नहीं कराया गया. इतना ही नहीं टीम में नीतीश राणा की भी मौजूदगी थी जो अपनी ऑफ स्पिन से बल्लेबाज को रन बनाने से रोक सकते थे. लेकिन, कप्तान धवन ने उन्हें भी गेंदबाजी का मौका नहीं दिया. ऐसे में जीत विरोधी टीम के खाते में गई.

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...