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। ट्रेन हमेशा से ही लोगों के सफर के लिए मनोरंजक होती है। ट्रेन के सफर से जुड़ी लोगों के मन में तमाम यादें होती है जिन्हें लोग ताउम्र संजो कर रखते हैं। वहीं ट्रेन के लंबे सफर में न जाने कितनी अविस्मरणीय बातें, दोस्त हमें जीवन भर के लिए गुदगुदाते रहते हैं। द टेलीग्राफ द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार दुनिया में कई लंबे सफर ऐसे हैं जो आपके लिए यादगार है। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ सबसे लंबे ट्रेन के सफर के बारे में।

9259 किमी लंबा ट्रांस साइबेरियन रेल नेटवर्क दुनिया का सबसे बड़ा रेल मार्ग है। यह रूस की राजधानी मास्को को रूस के साइबेरिया क्षेत्र से गुज़रते हुए सूदूर-पूर्वी शहर व्लादिवोस्तोक से जोड़ता है। इस रूट पर ट्रेन कई टाइम जोन को पार करते हुए शुरुआती स्टेशन से अंतिम स्टेशन तक पहुंचती है। रास्ते में बैकाल झील, साइबेरिया के जंगल और पहाड़ पड़ते हैं।

कनाडा का यह रेल मार्ग उत्तरी अमेरिका का सबसे लंबा रेल मार्ग है। टोरंटो से वैंक्यूवर ट्रेन का सफर 4,466 किलोमीटर का है। चीन के प्रमुख शहर शांघाई से स्वायत्त क्षेत्र तिब्बत की राजधानी ल्हासा तक चीन ने पटरी बिछाई है। शंघाई से ल्हासा तक का ट्रेन सफर 4,373 किलोमीटर का है। ट्रेन को एक छोर से दूसरी तरफ पहुंचने में करीब दो दिन का समय लगता है। सिडनी से पर्थ का सफर 4,352 किलोमीटर का है।

विवेक एक्सप्रेस ट्रेन कुल 4,273 किलोमीटर का सफर तय करती है। अगर आप इस ट्रेन में सफर करते हैं तो आपको कुल 82 घंटे 45 मिनट( लगभग साढ़े 3 दिन) का समय लगता है। यह ट्रेन उत्तरी असम से अपना सफर तय करती है जो दक्षिणी शहर कन्याकुमारी पर जाकर खत्म होता है। इस ट्रेन के रास्ते में 56 स्टॉप्स आते हैं। केरल के तिरुअनंतपुरम से असम के सिलचर के चलने वाली यह ट्रेन करीब 3,931 किलोमीटर का सफर तय करती है। इस ट्रेन के 54 स्टॉपेज हैं जिन्हें यह 76 घंटे 35 मिनट में पूरा करती है। 

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...