लिपि सिंह (Lipi Singh) 2016 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं. उन्होंने साल 2015 में सिविल सर्विसेज का एग्जाम क्वालिफाई किया था, जिसमें ऑल इंडिया स्तर पर उनकी 114 रैंक थी. उसके बाद ये नालंदा जिले की पहली महिला IPS अधिकारी बनी थीं. ट्रेनिंग के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इन्हें बिहार कैडर अलॉट किया था.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, लिपि सिंह (Lipi Singh) की पहली पोस्टिंग पटना जिले के बाढ़ अनुमंडल में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) के तौर पर हुई. यह इलाका बाहुबली नेता अनंत सिंह (Anant Singh) का था. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के तौर पर काम करते हुए लिपि सिंह ने अनंत सिंह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की और उन्हें जेल भिजवाया.
बाहुबली अनंत सिंह (Anant Singh) पर कार्रवाई करने के बाद लिपि सिंह (Lipi Singh) चर्चा में आई थीं. अनंत सिंह के घर से एके-47, ऑटोमैटिक राइफल और ग्रेनेड सहित कई तरह के हथियार बरामद हुए थे. उस समय अनंत सिंह ने आरोप लगाया था कि आरसीपी सिंह के इशारों पर लिपि सिंह ने उन पर कार्रवाई की है. इस घटना के बाद लिपि सिंह को प्रमोशन मिला और मुंगेर की एसपी बनाई गईं.
पिछले साल दुर्गा पूजा के बाद मूर्ति विसर्जन के दौरान भीड़ पर पुलिसिया कार्रवाई को लेकर लिपि सिंह (Lipi Singh) लोगों के निशाने पर आ गई थीं. दरअसल, मूर्ति विसर्जन के दौरान हिंसा भड़क गई और इसमें 20 साल के एक शख्स की मौत हो गई. इसके बाद पुलिस पर फायरिंग करने का आरोप लगा.
हालांकि पुलिस ने आरोप को नकारते हुए कहा था कि शख्स को गोली भीड़ में ही मौजूद किसी अराजक तत्व ने मारी. उस समय बिहार में विधान सभा चुनाव चल रहा था और चुनाव आयोग ने सख्त कदम उठाते हुए एसपी लिपि सिंह को हटा दिया था. इसके बाद लिपि सिंह ट्विटर पर ट्रेंड करने लगी थीं और लोगों ने उनकी तुलना जलियांवाला बाग में गोली चलाने का आदेश देने वाले अंग्रेज अफसर ‘जनरल डायर’ से कर दी थी.
पिछले साल दुर्गा पूजा के बाद मूर्ति विसर्जन के दौरान भीड़ पर पुलिसिया कार्रवाई को लेकर लिपि सिंह (Lipi Singh) लोगों के निशाने पर आ गई थीं. दरअसल, मूर्ति विसर्जन के दौरान हिंसा भड़क गई और इसमें 20 साल के एक शख्स की मौत हो गई. इसके बाद पुलिस पर फायरिंग करने का आरोप लगा.
हालांकि पुलिस ने आरोप को नकारते हुए कहा था कि शख्स को गोली भीड़ में ही मौजूद किसी अराजक तत्व ने मारी. उस समय बिहार में विधान सभा चुनाव चल रहा था और चुनाव आयोग ने सख्त कदम उठाते हुए एसपी लिपि सिंह को हटा दिया था. इसके बाद लिपि सिंह ट्विटर पर ट्रेंड करने लगी थीं और लोगों ने उनकी तुलना जलियांवाला बाग में गोली चलाने का आदेश देने वाले अंग्रेज अफसर ‘जनरल डायर’ से कर दी थी.