उत्तर प्रदेश में उन्नाव जिले के फतेहपुर चौरासी में एक अनोखी शादी हुई। 10 साल से लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे तीन बेटियों की मां और पिता ने तानों से तंग आकर बुधवार को शादी रचा ली। दोनों से दो बेटियां हुईं। युवती के एक बेटी पहले से ही थी। शादी में दोनों की दो बेटियां भी शामिल हुईं, जबकि एक बेटी नानी के यहां होने के कारण शामिल नहीं हो सकी।
नव दंपती का कहना है कि धार्मिक अनुष्ठान में शामिल न होने, बिरादरी में पति-पत्नी का दर्जा न मिलने व तानों से ऊबकर शादी की रस्म अदा करने का फैसला लिया। थाना आसीवन के गांव कादिलपुर निवासी राम औतार कश्यप की पुत्री सुमन की शादी आठ मई 2004 को हुई थी। पति के उत्पीड़न के चलते न्यायालय से दोनों के संबंध विच्छेद हो गए। सुमन एक बेटी सोनाली के साथ मायके में रहने लगी।
दस वर्ष पहले सुमन अपनी बेटी के साथ फतेहपुर चौरासी के गांव गोरीमऊ निवासी सुनील कश्यप के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगी। दोनों से जन्मी वैष्णवी (5) व वैशाली (4) दो बेटियों के साथ सुनाली (15) भी साथ रहने लगी।
सुनील ने बताया कि सोनाली अपनी नानी के यहां पढ़ रही है। सुमन (34) व सुनील (35) ने बताया कि वह दोनों दस साल से साथ रह रहे हैं। परिवार या बिरादरी में होने वाले मांगलिक व धार्मिक अनुष्ठानों में पति-पत्नी के रूप में सम्मिलित नहीं हो पाते थे।
दो माह पहले भतीजी की शादी की रस्म से वंचित होने और समाज के तानों से तंग आकर उन्होंने 21 जुलाई को गांव में ही रीति-रिवाज के साथ शादी की। शादी में दोनों बेटियां वैशाली व वैष्णवी भी शामिल हुईं।
शादी में बिरादरी के साथ नाते-रिश्तेदार भी शामिल हुए। ग्राम प्रधान रंजना पांडेय ने भी दोनों के वैवाहिक जीवन की मंगलकामना के साथ आशीर्वाद दिया।