महंगाई की मार झेल रहे बिहार में इन दिनों बालू के दाम भी असमान छू रहे है जिसके कारण आप और हम जैसे आम लोग निर्माण कार्य से परहेज़ कर रहे है. बालू घाट बंदोबस्ती की बढ़ी कीमत और बंदोबस्त धारियों द्वारा खनन से हाथ खींचने के बाद से ही सूबे में बालू के कीमत को लेकर हाहाकार की स्थिति है. जिसके कारण ही बाज़ार में बालू मनमाने कीमत पर बिक रहा है.

आज आलम यह है कि बालू के लिए ज़रुरतमंदों को 100 cft सात हज़ार रूपए से लेकर 13 हज़ार रूपए चुकाने पड़ रहे है लेकिन अब बालू विक्रेताओं की मनमानी नहीं चलने वाली है क्यूंकि बालू के दाम में हो रही वृद्धि को ध्यान में रखते हुए कीमतों पर अंकुश लगाने की कवायद शुरू करते हुए बिहार सरकार ने बिहार में हो रही बालुओं के नाम पर कालाबाज़री को रोकने में अहम् कदम उठाया है. बिहार सरकार ने पटना समेत विभिन्न जिलों में बेचे जाने वाले बालुओं के दाम तय कर दिए गए है.

Also read: India New Expressway: इसी साल में बनकर तैयार होंगे भारत का दूसरा सबसे लंबा सूरत-चेन्नई एक्सप्रेसवे, निर्माण में खर्च किये जायेंगे 50 हजार करोड़ रुपये

Also read: Bullet Train In Rajsthan: दिल्ली – अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत राजस्थान के 7 जिलों के 335 गावों से होकर भी गुजरेगी बुलेट ट्रेन, खबर में जानिए पूरी डिटेल्स…

सबसे पहले बात करे राजधानी पटना की तो पटना में बालू के दाम अधिकतम चार हज़ार रूपए प्रति 100 cft और बाकी सभी जिलों में 3900 रूपए 100 cft निर्धारित कर दिया गा है, इससे ज्यादा शुल्क नहीं लिया जायेगा, अगर फिर भी किसी विक्रेता ने सरकार की तरफ से तय किये गए कीमत से ज्यादा की वसूली की तो कारवाई हो सकती है. इसके साथ ही सरकार ने एक और बात साफ़ की है कि अभी भण्डार स्थल और घाट से बालू परिवहन का प्रति किलोमीटर शुल्क क्या होगा इसका निर्धारण अभी नहीं किया गया है जिसको लेकर यह उम्मीद जताई जा रही है कि इसका निर्धारण जिलाधिकारी और परिवहन विभाग एक जुट होकर कर लेंगे.

खान एवम भू तत्व विभाग की प्रधान सचिव हरजोत कौर बम्हारा ने हाल ही में जिलों के साथ बालू की उपलब्धता, कीमत और परिवहन शुल्क को लेकर विडियो कांफ्रेंस के ज़रीय विस्तृत समीक्षा की है. साथ ही विभाग की तरफ से राज्यभर में मौजूद बालू की विस्तृत जानकारी भी दी गई है, खान एवम भूतत्व विभाग की माने तो 15 जुलाई तक बिहार में 46.26 करोड़ cft से अधिक बालू मौजूद था, 19 जुलाई को 11.77 करोड़ cft बालू मौजूद था. इसके साथ ही जिलावार बालू उपलब्धता को देखे तो वर्तमान समय में पटना और भोजपुर के साथ सारण में सर्वाधिक बालू मौजूद है.

इसके अलावा विभाग ने जिलाधिकारियों को प्रति किलोमीटर बालू ढलाई का परिवहन शुल्क का निर्धारण करने का आदेश जारी किया गया है साथ ही साथ अब बालू की उपलब्धता की जानकारी लोगो तक पहुंचाने का काम भी किया जायेगा क्यूंकि अक्सर ऐसा देखा गया है कि लोगो में बालू की कीमत को लेकर ज्ञान का आभाव है.

लेकिन अब सरकार ने ऐसे लोगो तक सरकार के निर्णय को पहुंचाने का बीड़ा उठाया है जिसके तहत खान एवम भू तत्व विभाग ने जागरूकता फैलाने के लिए जल्द ही विज्ञापन प्रकाशित करने का आश्वासन दिया है साथ ही इसको लेकर विभाग के प्रधान सचिव ने भी लोगो को जागरूक करने में तेज़ी लाने की अपील की गई है.

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...