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लोक जनशक्ति पार्टी यानी लोजपा चर्चा में है। चर्चा इसलिए कि इसके संस्थापक दिवंगत रामविलास पासवान के भाई पशुपति पारस पांच सांसदों  को  लेकर पार्टी से अलग हो गए। संसदीय दल के नेता बनने के साथ पार्टी के भी अध्यक्ष बन गए। केंद्र में मंत्री पद भी हथिया लिया। उधर, चराग पासवान तन्हा रह गए। लेकिन उनके साथ जनाधार है। ऐसा  लोग इसलिए कह रहे हैं कि उनकी आशीर्वाद यात्रा में जनता उमड़ रही है।

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chirag पासवान की मां रीना पासवान भी बेटे के साथ हैं। यह वही रीना हैं, जिनसे रामविलास ने दूसरी शादी की थी। आज कहानी हम उन्हीं  की बताने जा रहे हैं। पेंगुइन प्रकाशन से हाल ही में एक किताब आई है, “रामविलास पासवान: संकल्प, साहस और संघर्ष।”  इसमें लेखक प्रदीप श्रीवास्तव ने रामविलास के निजी जीवन से जुड़े कई किस्से दिलचस्प अंदाज में सुनाए हैं।

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कम उम्र में हुई थी रामविलास की शादीकहा जाता है कि रामविलास की उम्र जब 7-8 साल की रही होगी, तब ही उनके माता-पिता ने उनकी शादी ग्रामीण बाला राजकुमारी देवी से करा दी थी। दोनों के बीच आयु से  लेकर सोच-विचार और व्यवहार में काफी अंतर था। रामविलास का अधिक समय सामाजिक कार्यों और आंदोलन-प्रदर्शन में गुजरता था। धीरे-धीरे वो पूरी तरह से राजनीति में कूद चुके थे। और एक दिन उनसे अलग भी हो गए।

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रामविलास की चिंता, माता-पिता से कैसे बताएं दूसरी शादी की बात रामविलास ने दूसरा विवाह तो जरूर कर लिया। लेकिन उनकी परेशानी काफी दिनों तक रही कि इसे परिवार में कैसे बताया जाए। खासकर माता-पिता को कैसे बताएं कि दूसरी शादी भी दिल्‍ली आकर कर ली है। डर था कि कहीं दूसरी शादी की बात सुनकर माता-पिता रूठ न जाएं। जब बता नहीं सके, तो शादी में आशीष देने कैसे बुलाते।

शादी के 2 साल के बाद रीना को माना गया बहू पुस्तक में रीना पासवान बताती हैं कि जब वो दोनों जब बैलगाड़ी से घर पहुंचे तो रामविलास पासवान के पिता दरवाजे पर ही खड़े थे। रीना को बताया गया था कि बिहार में ससुर के पांव नहीं छूते हैं.

लेकिन वो खुद को रोक नहीं सकीं। उन्होंने ससुर का चरण स्पर्श किया। नाम पूछा तो रीना का हौसला बढ़ा। कहती है कि इसके बाद वो उनके पास जाकर बैठने लगीं। धीरे-धीरे बहू-ससुर में बातचीत भी होने लगी। और इस प्रकार उनकी नाराजगी दूर होने लगी। कह सकते है कि रामविलास और रीना की शादी के करीब 2 साल के बाद रामविलास के पिता ने रीना को बहू के तौर पर स्वीकार कर लिया।

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...