कार हो या बाइक, लोग अपनी गाड़ी के लिए प्यार और जुनून दिखाने के लिए अलग अलग तरीके अपनाते हैं. कई लोग अपनी गाड़ी को अपने खास अंदाज से सजाते और उसे मोडिफाई कराते हैं, तो कई उसके लिए बड़े पजेसिव रहते हैं. वहीं, बिहार में एक व्यक्ति ने महिंद्रा स्कॉर्पियो (Mahindra Scorpio) के लिए अपना प्यार और लगाव जताने के लिए एक अनोखा तरीका खोज निकाला.
भागलपुर के रहनेवाले इंतसार आलम को अपनी पहली स्कॉर्पियो से इतना लगाव है, कि उन्होंने उसे अपने घर के छत पर पहुंचा दिया! इंतसार ने अपनी स्कॉर्पियो के मॉडल की पानी की टंकी बनवा डाली है. अब यह घर इन दिनों आकर्षण का केंद्र बना हुआ है और इसकी तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल हो रही हैं. यही नहीं, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा भी इसकी तारीफ करने से खुद को रोक नहीं पाए.
इंतसार आलम को अपनी पहली स्कॉर्पियो कार से इतना प्यार था कि उन्होंने अपने घर की छत पर महिंद्रा स्कॉर्पियो जैसी दिखने वाली पानी की टंकी बनवा ली. स्कॉर्पियो के लिए ऐसी दीवानगी की सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है. इंतसार के इस काम ने आनंद महिंद्रा को भी प्रभावित किया. आनंद महिंद्रा ने अपने ट्विटर हैंडल से स्कॉर्पियो टंकी की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, स्कॉर्पियो राइज कर के छत पर पहुंच गई.
बताते चलें कि बिहार के भागलपुर के रहने वाले इंतसार आलम ने कुछ साल पहले अपनी पहली कार के रूप में महिंद्रा स्कॉर्पियो खरीदी थी. अब उनकी पहली स्कॉर्पियो का एक मॉडल उनके चार मंजिला घर की छत पर खड़ा है. यह हूबहू असली महिंद्रा स्कॉर्पियो जैसा दिखता है. यहां तक कि इसके नंबर प्लेट वाली जगह पर भी इंतसार ने अपनी पहली स्कॉर्पियो का ही रेजिस्ट्रेशन नंबर लिखवा रखा है. लेकिन यह एक पानी की टंकी है. जानकारी के मुताबिक, इस टंकी को बनाने के लिए इंतसार आलम ने 2.5 लाख रुपये खर्च किये हैं.
इंतसार आलम को यह प्रेरणा तब मिली जब वह अपनी पत्नी के साथ आगरा गए थे और एक घर की छत पर इसी तरह की पानी की टंकी को देखा था. तब आलम के मन में भी यह विचार आया और उन्होंने अपने घर की छत पर भी एक कार बनवाने का फैसला कर लिया था.
आपको बताते चलें कि इस तरह के अलग और विशिष्ट आकार के पानी के टैंक भारत के उत्तरी हिस्से में असामान्य नहीं हैं, खासकर पंजाब में. पंजाब में पानी की टंकियों के अलग अलग आकार और प्रकार देखने को मिल जाते हैं, जो समय समय पर सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं.
साभार :- Samastipurtown