टूटी सड़कें देश की पहचान बन गई हैं. हम सब अपने आसपास ऐसी सड़कें आए दिन देखते हैं. ऐसी सड़कें कई दुर्घटनाओं का कारण भी बन जाती हैं. कायदे से इन्हें दुरुस्त करने का काम स्थानीय प्रशासन और नगर निगम का होता है लेकिन वे जल्दी ऐसी समस्याओं पर ध्यान कहां देते हैं.

स्थानीय लोग काफी समय से इन टूटी सड़कों से परेशान थे. शिकायत भी की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. ऐसे में तो बस एक ही रास्ता बचता है कि प्रशासन और नगर निगम को कोसा जाए लेकिन यहां के एक पुलिस ऑफिसर ने इन्हें कोसने की बजाए समस्या का निवारण करना सही समझा. गड्ढों से भरी सड़क पर लोगों को आने जाने में दिक्कत ना हो इसलिए मैसूर के एक सहायक पुलिस उप-निरीक्षक ने इन्हें सही कराने का जिम्मा उठाया.

Also read: India New Expressway: इसी साल में बनकर तैयार होंगे भारत का दूसरा सबसे लंबा सूरत-चेन्नई एक्सप्रेसवे, निर्माण में खर्च किये जायेंगे 50 हजार करोड़ रुपये

Also read: Bullet Train In Rajsthan: दिल्ली – अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत राजस्थान के 7 जिलों के 335 गावों से होकर भी गुजरेगी बुलेट ट्रेन, खबर में जानिए पूरी डिटेल्स…

मादापुरा गांव से बेलातूर के बीच पांच किलोमीटर की सड़क गड्ढों से भरी हुई थी. ये सड़क एचडी कोटे को तालुक के चिक्कदेवम्मा मंदिर को जोड़ती है. यहां से आने जाने वाले लोगों को गड्ढों के कारण बहुत समस्या होती थी. बारिश में तो इस सड़क का हाल और भी बुरा हो जाता था. ऐसे में लोगों की परेशानी दूर करने के लिए सामने आए एचडी कोटे थाने में तैनात एएसआई एस दोरेस्वामी.

लोगों ने इस संबंध में अधिकारियों और निर्वाचित प्रतिनिधियों से भी बार बार अनुरोध किया, ज्ञापन भी दिया लेकिन किसी ने इस सड़क पर ध्यान नहीं दिया. इसके बाद स्थानीय लोग अपनी समस्या लेकर दोरेस्वामी के पास पहुंचे. उन्होंने लोगों की समस्या सुनी और उनकी मदद करने के लिए आगे आए. लोगों की मदद करना दोरेस्वामी के लिए नई बात नहीं है.

एएसआई दोरेस्वामी की जनसेवा भावना का एक और उदाहरण तब देखने को मिला जब वह मंगलवार को सड़क पर चल रहे काम को देखने पहुंचे और खुद से मजदूरों के साथ काम में हाथ बटाने लगे. इस दौरान उन्होंने सड़क पर बने गड्ढों को भरा. 

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...