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: संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक है। इस परीक्षा को पास करना कई लोगों का सपना होता है। ये परीक्षा हर साल आयोजित की जाती है और कई उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाते हैं।

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यूपीएससी की परीक्षा को पास करने वालों को भारत के सबसे प्रतिष्ठित पद पर काम करने का मौका मिलता है. आज हम आपको आईएएस अनन्या सिंह के बारे में बताएंगे जिन्होंने बहुत ही छोटी उम्र में इस परीक्षा को पास कर लिया.

उन्होंने कड़ी मेहनत और लगन की बदौलत अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल कर ली। साल 2019 में अनन्या सिंह ने महज 22 साल की उम्र में पहले प्रयास में ही यूपीएससी परीक्षा पास कर लिया। उन्होंने इस परीक्षा में 51वीं रैंक हासिल की थी। आइए जानते हैं अनन्या सिंह ने कैसे इस कठिन परीक्षा को पास कर लिया.

प्रयागराज (इलाहाबाद) के मिंटो रोड के पास रहने वाली अनन्या सिंह का परिवार आर्थिक रूप से समृद्ध है। उनके पिता का नाम डॉ. एके सिंह और माता का नाम अंजली सिंह हैं. पिता अमरोहा में डिस्ट्रिक्ट जज थे जो अब रिटायर्ड हो चुके हैं. वहीं मां आईईआरटी में प्रवक्ता थी उन्होंने भी अपना कार्यकाल खत्म होने के बाद नौकरी से रिटायरमेंट ले लिया है.

इतना ही नहीं अनन्या के बड़े भाई भी कानपुर में डिस्ट्रिक्ट जज के तौर पर कार्यरत हैं. परिवार के सिविल सेवा में काम करने का असर अनन्या पर भी पड़ा. बचपन से ही अनन्या पढ़ाई लिखाई में बहुत अच्छी थी. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई इलाहाबाद से ही की.

अनन्या ने एक साक्षात्कार में बताया कि साल 2017 में उन्होंने पूरे साल मेहनत और लगन से पढ़ाई की. उन्होंने करंट अफेयर्स, एनसीआरटी की किताबें आदि जरुरी स्टडी मैटेरियल पर फोकस किया. इसके साथ साथ उन्होंने नोट्स भी तैयार करती रहीं. वो बताती हैं कि कुछ नोट्स शार्टस होते थे और कुछ लॉन्ग नोट्स. परीक्षा के दौरान इन नोट्स ने काफी मदद की.

अपनी सफलता पर अनन्या कहती हैं कि जिस तरह से पिता और बड़े भाई ने लोगों की सेवा की है वैसे ही मुझे भी करना है. लोगों की समस्याओं को सुनकर उनको हल करना प्राथमिकता रहेगी. वो कहती हैं कि वो गरीबों और आम नागरिकों के काम आना चाहती हैं. वहीं वो अधिकारियों के मनमाने और दोहरेपन रवैये के खिलाफ भी हैं वो फीताशाही को खत्म कर जनता और अधिकारियों के बीच समानता का भाव लाना चाहती हैं. बता दें कि अभी वो पश्चिम बंगाल में कार्यरत हैं.

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...