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ज्यादातर लोग खाने में अदरक, लहसुन और प्याज का इस्तेमाल करते हैं। इससे खाने का टेस्ट अधिक लजीज हो जाता है, लेकिन कई बार इन्हें लंबे समय तक स्टोर करके रखना मुश्किल हो जाता है। इसी परेशानी को कम करने के लिए उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद जिले के रहने वाले अनुभव भटनागर ने लॉकडाउन के दौरान रेडी टू कुक मॉडल पर होममेड प्रिजर्वेटिव फ्री मसालों के पाउडर बनाने का स्टार्टअप शुरू किया है। 

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29 साल के अनुभव के पिता आर्मी ऑफिसर रहे हैं। लिहाजा उनकी पढ़ाई-लिखाई अलग-अलग शहरों में हुई है। 2012 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने हैदराबाद में एक कंपनी में ढाई साल काम किया। इसके बाद XLRI जमशेदपुर से डिप्लोमा किया और फिर हैदराबाद लौट आए।

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जॉब के बाद भी मैं खुद ही कुकिंग करता था। उसी दौरान मेरे दिमाग में ये बात आई कि क्या हम बिना कोई केमिकल मिलाए अदरक और प्याज का लंबे वक्त तक इस्तेमाल कर सकते हैं? क्या ऐसा कोई तरीका है जिससे इस तरह के प्रोडक्ट बनाएं जा सकें। चूंकि आए दिन हमें इस तरह की दिक्कतें फेस करनी पड़ती हैं कि जब खाना बनाने के दौरान पता चलता है कि प्याज और अदरक नहीं है, या खराब हो गई है।

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इसको लेकर अनुभव ने रिसर्च करना शुरू किया। फिर हैदराबाद में ही CFTRI में कॉन्टैक्ट किया। वहां के अधिकारियों से मिले और उन्हें अपनी परेशानी बताई। तब अनुभव को पता चला कि डिहाइड्रेशन तकनीक से वे किसी फूड या फ्रूट की शेल्फ लाइफ को बढ़ा सकते हैं।

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गांवों में लोग इस तकनीक का इस्तेमाल पापड़, चिप्स या अचार बनाने में करते रहे हैं। यहीं से अनुभव को नया स्टार्टअप शुरू करने का ख्याल आया। अनुभव कहते हैं कि मैंने अपने कुछ दोस्तों से यह आइडिया शेयर किया।

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...