AddText 06 30 09.12.02

बिहार के गांवों की गलियां अब अंधेरे में नहीं रहेंगी। सोलर स्ट्रीट लाइट से रोशन होंगी। सरकार की यह योजना थी कि सभी गांवों में सोलर स्ट्रीट लगाए जाएंगी। इसके लिए सर्वे का काम पूरा हो गया है। जल्द ही योजना को कैबिनेट की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। एक पंचायत में औसतन डेढ़ सौ स्ट्रीट लाइट लगाई जाएंगी।

इसके लिए सर्वे का काम पूरा हो गया है। राज्य सरकार की इकाई ब्रेडा द्वारा इस योजना को तकनीकी सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। हालांकि इस बार सरकार ने मुखिया की भूमिका काफी सीमित कर दी है।

एक पंचायत में डेढ़ सौ स्ट्रीट लगाए जाने की योजना के तहत 140 स्ट्रीट लाइट सर्वे में चिह्नित स्थानों पर लगाई जाएंगी। वहीं दस स्ट्रीट लाइट कहां लगेंगी, यह तय करने का अधिकार संबंधित पंचायत के मुखिया का होगा।

गांवों में स्ट्रीट लाइट लगाने की योजना के लिए कंपनी का चयन ब्रेडा की देखरेख में होगा। ब्रेडा इसके लिए उन प्रतिष्ठित एजेंसियों की एक डायरेक्ट्री बना रहा है, जो सोलर लाइट लगाने का काम करते हैं। इसी डायरेक्ट्री से ही एजेंसी तय होनी है। 

जो एजेंसी सोलर स्ट्रीट लाइट लगाएगी, उसे एक तय अवधि तक सोलर स्ट्रीट लाइट के रखरखाव का काम भी देखना होगा। यह करार की शर्तों में शामिल होगा। 

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...