दस चरणों में ईवीएम से होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मतदान के दूसरे ही परिणाम आ जाएगा। पहले चरण के मतदान और मतगतणना के बाद उन ईवीएम को तीसरे चरण की वोटिंग के लिए संबंधित बूथों पर भेज दिया जाएगा। इसी तरह दूसरे चरण की मतगणना के बाद ईवीएम को चौथे चरण की चुनावी प्रक्रिया के लिए भेजा जाएगा।
चुनाव के लिए ईवीएम दूसरे राज्यों से मंगाई जाएंगी। केरल से पटना, नालंदा में जम्मू-कश्मीर और बांका में गुजरात से ईवीएम आएंगी। इस बार चार पदों के लिए ईवीएम से पटना में वोट डाले जाएंगे। ये ईवीएम केरल से यहां आएंगी। वहीं शेष दो पदों के लिए बैलेट बाक्स का इस्तेमाल होगा। नालंदा में जम्मू-कश्मीर, शेखपुरा में तमिलनाडु, शिवहर में त्रिपुरा और बांका में गुजरात के ईवीएम के माध्यम से मतदान होगा। चुनाव आयोग ने देशभर से ईवीएम का डाटा एकत्र किया है। इसके बावजूद सिर्फ चार पदों के चुनाव कराए जा सकते हैं। शेष दो पदों के लिए बैलेट बाक्स से वोट डाले जाएंगे।
हरेक बूथ पर चार पदों के लिए ईवीएम से मतदान के लिए कर्मियों की संख्या बढ़ानी पड़ेगी। आम चुनाव में एक कंट्रोल यूनिट से काम चलता था लेकिन पंचायत चुनाव में हरेक बूथ पर चार कंट्रोल और चार बैलेट यूनिट का उपयोग करना होगा। दो पदों के लिए बैलेट बाक्स के लिए भी कर्मियों की जरूरत पड़ेगी।
हरेक बूथ पर चार पदों के लिए ईवीएम से मतदान के लिए कर्मियों की संख्या बढ़ानी पड़ेगी। आम चुनाव में एक कंट्रोल यूनिट से काम चलता था लेकिन पंचायत चुनाव में हरेक बूथ पर चार कंट्रोल और चार बैलेट यूनिट का उपयोग करना होगा। दो पदों के लिए बैलेट बाक्स के लिए भी कर्मियों की जरूरत पड़ेगी।