बाबा नगरी देवघर को धनबाद, बोकारो और रांची से जोड़ने वाली रांची-देवघर इंटरसिटी गुरुवार से फिर पटरी पर लौट रही है। देवघर से इस ट्रेन को शुक्रवार से चलाने की घोषणा हुई है। स्पेशल के बहाने रेलवे ने इस ट्रेन के यात्रियों को फिर झटका दे दिया है। रांची-देवघर इंटरसिटी का किराया शताब्दी एक्सप्रेस से भी ज्यादा है। महंगे किराए के कारण ही पिछली बार चली ट्रेन खाली दौड़ रही थी। इस बार भी यात्रियों ने इस ट्रेन से मुंह मोड़ लिया है।
रांची-देवघर इंटरसिटी के एसी चेयर कार का न्यूनतम किराया ही 505 रुपये तय कर दिया गया है। रांची-देवघर से धनबाद से गोमो या देवघर-रांची इंटरसिटी से धनबाद से कुमारधुबी तक का किराया भी 505 रुपये है।
मौर्य एक्सप्रेस और वनांचल एक्सप्रेस से भी धनबाद से रांची जाना महंगा है। स्पेशल बन कर चल रहीं दोनों ट्रेनों में स्लीपर से सेकेंड एसी का किराया दूसरी ट्रेनों की तुलना में दोगुना से भी अधिक है। पर्व-त्योहार गुजरे महीनों हो चुके हैं। पर रेलवे ने किराए में बदलाव नहीं किया है।
मौर्य व वनांचल एक्सप्रेस का किराया
स्लीपर – 385 रु
थर्ड एसी – 1050 रु
सेकेंड एसी – 1440 रु
अलेप्पी, दुमका इंटरसिटी और रक्सौल-हैदराबाद का किराया
स्लीपर – 145 रु
थर्ड एसी – 505 रु
सेकेंड एसी – 710 रु
कोरोना काल में वैसे भी आम लोगों की आमदनी प्रभावित हुई है। रेलवे त्योहार स्पेशल ट्रेन के नाम पर किराए में बढ़ोतरी वापस ले।