बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय अब श्रीमद भागवत कथा वाचक की भूमिका में दिखाई पड़े हैं. उनकी तस्वीर कथा व्यास बताते हुए वायरल हुई है, जिसमें जूम एप के जरिये श्रीमद भागवत कथा का वाचन करने का आमंत्रण दिया गया है.
पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय (Gupteshwar Pandey) एक बार फिर नए अवतार में सामने आए हैं. गुप्तेश्वर पांडेय अब श्रीमद भागवत कथा (Bhagwat katha) वाचक की भूमिका में दिखाई पड़े हैं. उनकी तस्वीर कथा व्यास बताते हुए वायरल हुई है, जिसमें जूम एप के जरिये श्रीमद भागवत कथा का वाचन करने का आमंत्रण दिया गया है. जूम एप के जरिये होने वाले कथा वाचन में अवधि ज्येष्ठ शुक्ल पंचमी से हरि इच्छा तक बताया गया है.
पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय की राजनीति में जाने की इच्छा तब धराशायी हो गई जब पिछले विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने टिकट ही नहीं दिया. गुप्तेश्वर पांडेय जेडीयू से आश्वासन मिलने के बाद वीआरएस देकर सीएम नीतीश कुमार की मौजूदगी में जेडीयू में धूमधाम से शामिल हुए थे. गुप्तेश्वर पांडेय ने चुनाव से पहले कहा था कि कहीं से भी टिकट मिले जीत होगी. राजनीति की डगर कितनी मुश्किल है यह तब सामने आया जब उन्हें कहीं से लड़ने के लिए टिकट ही नहीं दिया गया.
पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय का अंदाज आज अचानक बदला सा दिखाई पड़ा है. ऐसा नहीं है वो हमेशा से अपने अंदाज में दिखाई पड़ते रहे है. पुलिस बल के कार्यक्रम में आमंत्रण मिला तो उन्होंने गजल गायक के रूप में खूब वाहवाही बटोरी तो कभी ठेठ देशी अंदाज में पगड़ी बांधकर गाय दुहते हुए भी दिखे. बक्सर में भ्रमण पर निकले तो खुले तालाब में गमछी पहनकर नहाने उतर गए.