लंबे दिनों से लॉकडाउन के चलते सभी कोचिंग एवं शिक्षण संस्थान बंद पड़े है। इसे देखते हुए बिहार सरकार ने करोना गाइडलाइन का पालन करतेे हुए जुलाई जुलाई से सभी शिक्षण संस्थान खोलने का प्लान बना रहे हैं। बता दें कि राज्य के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। करोना के चलते सभी शिक्षण संस्थान के साथ-साथ सभी परीक्षा रद्द और स्थगित कर दिया गया हैं। और फिलहाल ऑनलाइन क्लास चलाया जा रहा है।

शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बताया की सुबे में करोनावायरस  के मामले लगातार घट रहे हैं और अगर ऐसे ही घटते रहा तो अगले महीने जुलाई से सभी शिक्षण संस्थान खोले जा सकते हैं। और करोना को गाइडलाइंस को ध्यान रखते हुए शिक्षण संस्थान को कोरोना का गाइडलाइंस सख्ती से पालन करना होगा।

Also read: India New Expressway: इसी साल में बनकर तैयार होंगे भारत का दूसरा सबसे लंबा सूरत-चेन्नई एक्सप्रेसवे, निर्माण में खर्च किये जायेंगे 50 हजार करोड़ रुपये

Also read: Bullet Train In Rajsthan: दिल्ली – अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत राजस्थान के 7 जिलों के 335 गावों से होकर भी गुजरेगी बुलेट ट्रेन, खबर में जानिए पूरी डिटेल्स…

बिहार के शिक्षा विभाग ने जल्द ही बिहार में शिक्षक की कमी का समाधान निकालने जा रहा जिससे कि बिहार की शिक्षा व्यवस्था पटरी पर लाया जा सके। बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी चौधरी ने बताया कि अगले दो से तीन महीनों में 1.25 लाख शिक्षक का नियुक्ति किया जाएगा। सरकार नाम की नियुक्ति के लिए अलग आयोग का गठन किया है जिससे जल्द से जल्द शिक्षक की बहाली कराया जा सके।

देश में इस वक्त सभी शिक्षण संस्थान बंद होने के कारण ऑनलाइन क्लास चलाया जा रहा है। ऐसे में बिहार के बहुत से छात्र ऐसे हैं जिनके पास स्मार्टफोन या टैबलेट नहीं है जिसके कारण बिहार में शिक्षा बाधित है। इसी कारण बिहार सरकार इसकी भरपाई करने के लिए एक नया प्लान तैयार किया है। बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बताया कि गरीबी रेखा से नीचे सभी बच्चों को शिक्षा बाधित ना हो इसके लिए उन्हें स्मार्टफोन या टैबलेट कैसे इलेक्ट्रॉनिक संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...