AddText 06 06 08.13.42

पूर्व मध्य रेल के अधिक राजस्व देने वाले टॉप 30 स्टेशनों की सूची में सहरसा 13 वें स्थान पर है। पहले स्थान पर पटना फिर दानापुर और उसके बाद मुजफ्फरपुर जंक्शन है। चौथे स्थान पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय (मुगलसराय), पांचवें पर दरभंगा, छठे पर गया फिर पटना जिले के ही दो स्टेशन पाटलिपुत्र सातवें और राजेंद्रनगर टर्मिनल आठवें स्थान पर है।

Also read: भोजपुरी सुपरस्टार काराकाट से निर्दलीय है मैदान में, कर रहे है रोड शो मांग रहे है लोगों से वोट निकालते है अपनी लम्बी काफिला…

समस्तीपुर जंक्शन से एक पायदान आगे नौवें स्थान पर धनबाद जंक्शन है। ग्यारहवें स्थान पर बक्सर और 12 वें पर गया जंक्शन है। सहरसा से नीचे बरौनी, फिर हाजीपुर, सोनपुर, कोडरमा, बेतिया, बापूधाम मोतिहारी, राजगीर, सासाराम, डेहरी ऑन सोन और कियूल जंक्शन है।

Also read: Bihar Weather : बिहार के लोगों को अगले 48 घंटे तक नहीं मिलने वाली है गर्मी से राहत! इन जगहों पर होगी वर्षा?

सहरसा से 11 पायदान नीचे और कियूल के बाद 24 वें स्थान पर खगड़िया, फिर मधुबनी, नरकटियागंज, बगहा, रक्सौल और जयनगर स्टेशन है। सबसे अधिक राजस्व वाले टॉप 30 स्टेशनों की सूची में सबसे नीचे नाम बेगूसराय का है। खास बात यह कि कोरोना काल में पिछले साल कई माह ट्रेन परिचालन बंद होने और फिर रेलगाड़ी कम चलने के बावजूद सहरसा जंक्शन से 28 करोड़ 88 लाख 73 हजार 658 रुपए राजस्व प्राप्त हुए।

Also read: रेलवे का बड़ा ऐलान भीड़ को देखते हुए समस्तीपुर मंडल से दिल्ली, हावड़ा सहित मुंबई के लिए रेलवे चलाने जा रही समर स्पेशल ट्रेन

सहरसा में एक अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2021 तक सात लाख 88 हजार 916 यात्रियों ने आरक्षित और अनारक्षित टिकट कटाया। पूर्व मध्य रेल ने एक अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2021 तक एक साल के यात्री संख्या और उससे प्राप्त राजस्व को आधार बनाते हुए अधिक राजस्व वाले टॉप 30 स्टेशनों की सूची तैयार की है। मधेपुरा, पूर्णिया कोर्ट से सिमरी बख्तियारपुर का राजस्व अधिक : कोसी के मधेपुरा व सीमांचल के पूर्णिया कोर्ट स्टेशन से अधिक सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन का राजस्व है।

Also read: Indian Railway : राजधानी दिल्ली से बिहार के लिए करना चाहते है सफर तो बढ़ गई क्‍लोन ट्रेन की अवधि मिल जायेगी आपको कन्फर्म टिकट, जानिये…

आरक्षित टिकट अधिक कटे
कोरोना काल में अनारक्षित कोच में भी आरक्षित टिकट कटने की वजह से अधिक आरक्षित टिकट बने। साल भर में सहरसा स्टेशन पर यूटीएस काउंटर से एक लाख 74 हजार 599 अनारक्षित टिकट कटे। वहीं आरक्षण काउंटर से 6 लाख 14 हजार 317 आरक्षित टिकट बने। हालांकि जब सहरसा से जनसेवा, गरीब रथ, पुरबिया एक्सप्रेस जैसी अभी बंद ट्रेनें चलती थी उस समय साल भर का राजस्व 60 करोड़ या उससे अधिक रहता था।

कुछ प्रमुख स्टेशनों को मिले राजस्व पर एक नजर
सबसे अधिक राजस्व हासिल करने की सूची में टॉप पर जंक्शन पटना का एक अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2021 तक साल भर में प्राप्त राजस्व 250 करोड़ 76 लाख 67 हजार 565 रहा। यहां की यात्री संख्या 63 लाख पांच हजार 145 रही। टॉप 30 में सबसे नीचे स्थान वाले बेगूसराय स्टेशन से चार लाख 50 हजार 399 टिकट कटने से सात करोड़ 38 लाख 83 हजार 578 रुपए राजस्व मिले।

दानापुर जंक्शन से 160 करोड़ 55 लाख 71 हजार 524, मुजफ्फरपुर से 91 करोड़ 52 लाख 62 हजार 565 और दरभंगा से 71 करोड़ 56 लाख 31 हजार 774 रुपए राजस्व मिले। समस्तीपुर से 39 करोड़ 94 लाख 80 हजार 139, बरौनी से 26 करोड़ 71 लाख 70 हजार 699, हाजीपुर से 19 करोड़ 90 लाख 97 हजार 233, कियूल से 9 करोड़ 44 लाख 6 हजार 30, मधुबनी से 8 करोड़ 63 लाख 61 हजार 81 रुपए राजस्व मिले।
जयनगर से 7 करोड़ 54 लाख 68 हजार 98 और खगड़िया से नौ करोड़ 62 लाख छह हजार 938 रुपए राजस्व प्राप्त हुए।

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...