कोरोना संक्रमण के बीच एक अच्छी खबर सामने आई है। देश के उत्तरी और दक्षिणी भाग में सामान्य जबकि मध्य क्षेत्र में जमकर बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार पूरब और पूर्वोत्तर क्षेत्र में सामान्य से कम वर्ष होगी। इस वर्ष मानसून सामान्य रहेगा। आईएमडी के मुताबिक केरल के तट पर मानसून तीन जून को पहुंचेगा।
साल 2021 का दूसरा पूर्वानुमान जारी करते हुए मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि देश में जून में मानसून सामान्य रहने की आशंक है ,जो बुवाई का भी मौसम होता है। कुल मिलाकर इस वर्ष सामान्य मानसून रहने का अनुमान है। वीडियो कांफ्रेंस के जरिये प्रेस कांफ्रेस में महापात्र ने बताया कि इस साल अच्छी बारिश की उम्मीद है, जिससे खेती में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि से सितंबर के दौरान मानसून की बारिश के दीर्घावधि औसत (एलपीए) का 101 फीसद रहने संभावना है।
सामान्य बरसात का पूर्वानुमान अर्थव्यवस्था के लिए शुभ संकेत है, जो कोरोना महामारी के चलते बुरी स्थिति में है। अच्छी बारिश का मतलब है कि इससे खेती को फायदा होगा, क्योंकि देश के बड़े भाग में कृषि और उससे जुड़ी गतिविधियां चार महीने के मानसून के इस मौसम पर आधारित हैं। अच्छी बारिश से उपज बढ़िया होगी, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
मौसम विभाग ने अपने पहले पूर्वानुमान में इस साल एलपीए का 98 फीसद बारिश होने की संभावना जताई थी। महापात्र ने कहा कि 40 फीसद संभावना सामान्य बारिश की है, 22 फीसद संभावना सामान्य से अधिक वर्षा की है, 12 फीसद संभावना अत्यधिक बारिश होने की है तथा 18 फीसद संभावना सामान्य से कम वर्षा की है।