बिहार में चक्रवाती प्रभावों से हुई मूसलाधार बारिश से जनजीवन पर भारी असर पड़ा है। रिकॉर्ड तोड़ बारिश से पटना, गया, पूर्णिया सहित जगह-जगह जलभराव की स्थिति हो गई है। हवा की रफ्तार अधिकतम 37 किमी प्रतिघंटे और चक्रवाती हवा की रफ्तार अधिकतम 44 किमी प्रतिघंटे रहने से जगह-जगह पेड़ उखड़ गए।
कटिहार के मनिहारी में 251.6 मिमी बारिश
राज्य के पूर्वी भाग में कुछ जगहों पर एक-दो जगहों पर अत्यंत भारी बारिश हुई है। राज्य में सबसे अधिक बारिश कटिहार के मनिहारी में दर्ज की गई। यहां 251.6 मिमी से भी अधिक बारिश हुई है। इसके अलावा कदवा, बरारी, पूर्णिया, परसा, कटिहार उत्तर, अमनौर, बनमनखी, अरवल, शेखपुरा में अत्यधिक यानी भारी से भारी बारिश रिकॉर्ड की गयी।
चक्रवात यास कम दबाव के क्षेत्र के रूप में बदलकर राज्य के उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ गया है और अगले 24 घंटों में कमजोर होकर इसी ओर स्थिर रहने के आसार हैं। इसके प्रभाव से उत्तर बिहार में शनिवार को कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है।
गुरुवार को शाम पौने सात बजे से मौसम खराब होने की वजह से पटना एयरपोर्ट पर विमान सेवाओं को पहले रात दस बजे और फिर शुक्रवार सुबह नौ बजे तक बंद कर दिया गया था। परिसर में जगह-जगह पानी जमा हो गया था। हालांकि, शुक्रवार की सुबह नौ बजे तक परिसर से पानी निकल चुका था।
शुक्रवार की सुबह परिसर का निरीक्षण करने के बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के दिल्ली स्थित आलाधिकारियों ने ऑनलाइन माध्यम से अपडेट प्राप्त किया। मौसम विभाग और एएआई के अधिकारियों की बैठक के बाद पटना एयरपोर्ट को यात्री विमानों के लिए खोल दिया गया। इस दौरान रनवे पर फिसलन और दृश्यता की बारीक जांच की गई।
चक्रवात यास सूबे में गहरे अवदाब से कम दबाव के क्षेत्र के रूप में परिवर्तित हो गया है। यह उत्तर पश्चिम दिशा की ओर आगे बढ़ा है। इसके प्रभाव से उत्तर बिहार में शुक्रवार और शनिवार को कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है।