यास के प्रभाव से झारखंड के ऊपर अभी एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण सुबह से बूंदा बांदी चल रही है। अगले दो दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश की सभावना रहेगी। एक बड़े गंभीर चक्रवाती तूफान के संकेत हैं। इसको देखते हुए डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा मौसम विभाग के नोडल पदाधिकारी डा.ए सत्तार ने बताया कि इस चक्रवात का असर उत्तर बिहार के मैदानी इलाके में है।
इस दौरान तेज हवा के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है। इस अवधि में अधिकतम तापमान 30 से 33 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। जबकि न्यूनतम तापमान 22 से 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 70 से 85 प्रतिशत तथा दोपहर में 45 से 65 प्रतिशत रहने की संभावना है। पूरबा हवा औसतन 25 से 35 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है।