बारिश के मौसम में अक्सर हम सुनते हैं कि मौसम विभाग ने कहीं के लिए ब्लू अलर्ट या ऑरेज अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग कभी रेड अलर्ट तो कहीं ग्रीन या येलो अलर्ट भी जारी करता है. लेकिन क्या आप इन अलर्ट का मतलब जानते हैं? पढ़ें रिपोर्ट
बिहार में मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में बहुत भीषण चक्रवाती तूफान ‘यास’ के बनने के संबंध में ब्लू अलर्ट जारी किया है. चक्रवात यास 26 मई और 27 मई को तेज होगा. मौसम विभाग की माने तो बिहार में यास तूफान का असर 25 मई की शाम से देखने को मिलेगा. आइये जानते है कि क्या होता है ब्लू अलर्ट.
ब्लू अलर्ट: जिन इलाकों में बारिश की संभावना होती है उसके लिए मौसम विभाग ब्लू अलर्ट जारी करता है. इस दौरान जिले के कई इलाकों में गरज के साथ बारिश के आसार की चेतावनी होती है.
जब मौसम खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है और भारी नुकसान होने का खतरा रहता है तो रेड अलर्ट जारी किया जाता है. जब भी कोई चक्रवात अधिक तीव्रता के साथ आता है तो मौसम विभाग की ओर से तूफान की रेंज में पड़ने वाले इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया जाता है. ऐसे में प्रशासन से जरूरी कदम उठाने के लिए कहा जाता है.
चक्रवात के कारण मौसम के बहुत अधिक खराब होने की आशंका होती है जो कि सड़क और वायु परिवहन को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ जान और माल की क्षति भी कर सकता है. ऐसे में ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है. ऑरेंज अलर्ट में लोगों को घरों में रहने की सलाह दी जाती है.
दरअसल, मौसम विभाग का अनुमान है कि यास का असर 25 मई की शाम से देखने को मिलेगा. अधिकारियों के मुताबिक बिहार के लगभग सभी जिलों में गरज के साथ तेज बारिश और बिजली गिरने की संभावना है.
चक्रवात यास 26 मई और 27 मई को तेज होगा. मौसम विभाग का मानना है कि इन दो दिनों के दौरान हवा की गति 60 से 70 किमी प्रति घंटे के बीच रहने की संभावना है. इस दौरान इन दो दिनों में तापमान 12 डिग्री सेल्सियस तक लुढकने की संभावना है.