इस कोरोना काल में शरीर की इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए काढ़ा पीने की सलाह कई विशेषज्ञ दे चुके हैं। यहां तक की आयुष मंत्रालय द्वारा भी ‘आयुष काढ़ा’ पीने की सलाह दी गई है। अब इसको लेकर सोशल मीडिया पर एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि ‘आयुष काढ़ा’ पीने से कोरोना संक्रमित व्यक्ति तीन दिन के अंदर ठीक हो सकता है।
वायरल पोस्ट में कहा गया है कि आयुष मंत्रालय की ओर से बताए गए विशेष दिव्य काढ़े के सेवन को लेकर छह हजार कोरोना मरीजों पर आयुर्वेदिक प्रयोग किया गया और उनमें 5,989 मरीज महज तीन के अंदर ही ठीक हो गए यानी उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आ गई। वायरल मैसेज में इस काढ़े को बनाने की सामग्री भी बताई गई है।
वायरल मैसेज में आयुष काढ़ा बनाने के लिए जो सामग्री बताई गई है, उसमें 30 ग्राम तुलसी पाउडर, 20 ग्राम काली मिर्च, 30 ग्राम सोंठ और 20 ग्राम दालचीनी शामिल है। कहा गया है कि काढ़ा बनाने के लिए चीनी नहीं बल्कि गुड़ का प्रयोग करें।
क्या है वायरल मैसेज का सच? पीआईबी के फैक्ट चेक में ‘आयुष काढ़े’ से कोरोना से ठीक होने का दावा भ्रामक बताया गया है। पीआईबी के मुताबिक, केवल रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए ही आयुष मंत्रालय द्वारा ‘आयुष काढ़ा’ पीने की सलाह दी गई है।
सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि ‘आयुष काढ़ा’ पीने से #कोरोना संक्रमित व्यक्ति तीन दिन के अंदर ठीक हो सकता है।
#PIBFactCheck: यह दावा #भ्रामक है। केवल रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए ही @moayush द्वारा ‘आयुष काढ़ा’ पीने की सलाह दी गई है।
आयुष मंत्रालय द्वारा बताए गए इम्यूनिटी बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपाय सुबह के समय 10 ग्राम (एक चम्मच) च्यवनप्राश लें। मधुमेह रोगियों को शुगर-फ्री च्यवनप्राश लेना चाहिए। तुलसी, दालचीनी, काली मिर्च, शुण्ठी एवं मुलक्का से निर्मित हर्बल चाय/काढ़ा दिन में एक या दो बार पीएं। यदि आवश्यक हो तो अपने स्वाद के लिए गुड़ अथवा ताजा नींबू रस मिलाएं। गोल्डन मिल्क- 150 मिली. गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर दिन में एक या दो बार लेना चाहिए।