कोरोना काल में भी बिहार की राजनीति में बयानबाजी का सिलसिला थम नहीं रहा था। सत्ताधारी भाजपा और जदयू के नेता लगातार नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर हमलावर थे और पूछा जा रहा था कि इस महामारी के दौरान तेजस्वी कहां हैं?
तेजस्वी यादव ने आज फेसबुक लाइव के माध्यम से भाजपा और जदयू के एक एक आरोपों का बिंदुवार जवाब दिया। तेजस्वी ने इस दौरान केंद्र और राज्य सरकारों को जमकर लपेटा और उन्हें खरीखोटी सुनाई।
तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार को लताड़ते हुए कहा कि अगर आपसे बिहार नहीं संभल पा रहा तो आपको कुर्सी छोड़ देनी चाहिए। राजद आपको बताएगा कि किस तरह से कोरोना काल में काम किया जाता है, लोगों तक मदद पहुंचाई जाती है।
तेजस्वी ने सीएम नीतीश से कहा कि आप कुर्सी छोड़ दें तो हम आपको बता देंगे कि सरकार कैसे चलाई जाती है।
तेजस्वी ने बिहार की बदतर हो चुकी स्वास्थ्य व्यवस्था के मुद्दे पर भी राज्य सरकार को घेरते हुए कहा कि हम एक जिम्मेदार विपक्ष हैं।
हम सरकार को पूरी तरह से मदद करने को तैयार हैं। सरकार आरजेडी को अस्पतालों का जायजा लेने और वहां की वास्तविक स्थिति का आंकलन करने की अनुमति प्रदान करे।
तेजस्वी यादव ने कहा कि आज बिहार के अस्पताल में डॉक्टर नहीं है, दवा नहीं है, मरीजों को ऑक्सीजन नहीं मिल पा रहा है। तेजस्वी ने कहा कि हमारी पार्टी बेड, दवा, जगह और ऑक्सीजन की व्यवस्था कर सकती है लेकिन डॉक्टर और नर्सों की बहाली का काम तो सरकार का ही है.
नीतीश सरकार को दिए गए अपने सुझावों की याद दिलाते हुए तेजस्वी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के शुरु होने के दौरान महामहिम राज्यपाल महोदय द्वारा सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी।
इसमें मैंने सरकार को 30 सुझाव दिए थें लेकिन उन्होंने एक भी सुझाव को नहीं माना। तेजस्वी ने कहा कि पिछले चार सालों में उन्होंने नीतीश कुमार को कई पत्र लिखें लेकिन उन्होंने एक भी पत्र का जवाब नहीं दिया।
तेजस्वी ने कहा कि इस समय हम सब एक मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं और ऐसे वक्त में नकारात्मक राजनीति नहीं करनी चाहिए। भाजपा और जदयू पर हमला करते हुए तेजस्वी ने कहा कि बिहार में सरकार में बैठे लोग सिर्फ और सिर्फ राजनीति कर रहे हैं।
तेजस्वी ने कहा कि सत्ताधारी लोग इस दौर में पूछ रहे हैं कि मैं कहा हूं, सब मुझे खोज रहे हैं। इसका मतलब है कि वो स्वीकार कर चुके हैं कि अब सरकार फेल हो चुकी है।