बिहार में लगातार मिल रही शराब की खेप को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेहद नाराज हैं.
सीएम नीतीश ने शराबबंदी कानून को और कड़ाई से लागू कराने के निर्देश दिए हैं.
नीतीश कुमार की सरकार ने यह निर्देश दिए हैं कि अब से किसी भी मकान या गोदाम में शराब की खेप मिलेगी तो सरकार वहां पर पुलिस स्टेशन खोलेगी.
शराबबंदी को और ज्यादा सख्ती से लागू करने के लिए सरकार ने शराब माफिया की संपत्ति जब्त कर उसकी नीलामी करने का भी फैसला लिया है.
दिलचस्प बात यह है कि सरकार के इस निर्णय पर अब कार्यान्वयन भी शुरू हो चुका है.
सरकार के इस निर्देश पर अमल करते हुए पटना के बाईपास इलाके के एक गोदाम को पुलिस स्टेशन में तब्दील कर दिया गया है,
जहां से पिछले दिनों तकरीबन 5 करोड़ की शराब बरामद की गई थी.
सरकार ने उस गोदाम में पुलिस स्टेशन खोल दिया है. गौरतलब है कि
इसी साल 31 जनवरी को उत्पाद विभाग ने बाईपास इलाके के इस गोदाम में छापेमारी करके तकरीबन 5 करोड़ की शराब बरामद की थी.
बिहार में बरामद की गई शराब की यह अब तक की सबसे बड़ी खेप है.
इस मामले में कार्रवाई करते हुए सरकार ने बाईपास थाना के प्रभारी और चौकीदार को सेवा से निलंबित कर दिया था.
साथ ही इस गोदाम के मालिक समेत नौ लोगों को जेल भी भेज दिया गया था.
इस पूरे मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए पटना प्रशासन ने इस गोदाम को सील कर दिया था
और 33 दिनों के अंदर ही इस गोदाम को पुलिस को बाईपास थाना बनाने के लिए सुपुर्द कर दिया.
इस गोदाम पर अब बाईपास पुलिस स्टेशन का बोर्ड भी लगा दिया गया है
और पूरे जोर-शोर से रंग रोगन का काम भी चल रहा है. कुछ ही दिनों में यह नया पुलिस स्टेशन पूरी तरीके से कार्यरत हो जाएगा.
इस संबंध में थाने के प्रभारी संजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि शराब की खेप मिलने के बाद जिला प्रशासन की तरफ से इस जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया था.
दो महीने के अंदर यह थाना काम करने लगेगा.