भारतीय रेलवे में ट्रेन भटकने का एक और नया मामला सामने आया है। रेलवे की ओर से मिलिट्री के लिए चलाई गई
स्पेशल मालगाड़ी ट्रेन को मथुरा से आगरा जाना था लेकिन वो राजस्थान के दौसा पहुंच गई।
हैरानी की बात तो ये है कि ट्रेन गलत रास्ते पर जा रही थी लेकिन ड्राइवर और लोको पायलट को इसकी भनक तक नहीं लगी।
इस मालगाड़ी में भारतीय सेना के आवश्यक सामान लदे थे और कुछ जवान भी सवार थे।
ट्रेन मुथरा से चली थी जिसको आगरा होते हुए दिल्ली जाना था, लेकिन ट्रेन पहुंच गई दौसा।
संयोग अच्छा रहा कि मालगाड़ी के दौसा पहुंचने तक रास्ते में कोई हादसा नहीं हुआ।
ट्रेन जब दौसा पहुंची तो वहां के ट्रैफिक कंट्रोलर मे मालगाड़ी को आगे जाने से रोक दिया और इसकी जानकारी अधिकारियों को दी।
मालगाड़ी के दौसा पहुंचने के बाद पता चला ट्रेन गलत रूट पर आ गए हैं।
जिसके बाद रेलवे के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। इसके बाद आनन-फानन में इंजन को बदलकर मालगाड़ी को वापस दिल्ली के लिए रवाना किया गया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ट्रेन में गार्ड और लोको पायलट जयपुर मंडल के ही थे,
इसके बाद भी उनको गलत रास्ते पर जाने का अंदाजा नहीं लगा।
बताया जा रहा है कि ट्रेन जब मुथरा से दिल्ली के रवाना हुई तो
मुथरा कंट्रोलर ने उसे आगरा की बजाय जयपुर की तरफ सिग्नल दे दिया।
जिसके बाद ट्रेन जयपुर की तरफ रवाना हो गई। ट्रेन के निकलने के बाद न तो ट्रैफिक कंट्रोलर ने कोई सुध लिया और नहीं
गार्ड और लोको पायलट ने, जबकि पता दोनों को होता है कि ट्रेन को कहा और कैसे जाना है।