भीषण आपदा के समय भी अपने दफ्तर के कैंपस में दो दर्जन से ज्यादा एबुलेंस छिपा कर रखने वाले बीजेपी के सांसद राजीव प्रताप रूडी का अमानवीय खेल उजागर हो गया तो उन्होंने पप्पू यादव को चुनौती दी थी.

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इसके बाद पप्पू य़ादव ने उन्हें ललकारा है. पप्पू ने कहा है कि उन्हें रूडी की चुनौती स्वीकार है, वे बतायें कि कहां आदमी भेजना है.

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पप्पू ने ट्विट कर चुनौती स्वीकारी

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शुक्रवार की रात पप्पू यादव ने ट्विट किया. ट्विटर पर उन्होंने लिखा:-

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माननीय रूडी जी, सम्मान के साथ चुनौती स्वीकार है. आपको ड्राइवर नहीं हो रहा है तो सारण, पटना जहां चलाना चाहते हैं, सभी एम्बुलेंस उपलब्ध कराएं. मैं 70 ड्राइवर देता हूं. कोरोना मरीज को मुफ्त सेवा दी जाएगी. घटिया राजनीति नहीं करता सेवा और जिंदगी बचाने को लड़ रहा हूं.”

देर रात पप्पू यादव ने कहा कि राजीव प्रताप रूडी से उनकी कोई निजी दुश्मनी नहीं है. लेकिन अगर कोई महामारी के इस भीषण दौर में एंबुलेंस को छिपा कर रखेगा तो वह इंसानियत का सबसे बड़ा दुश्मन है. ऐसे इंसानियत के दुश्मनों को जवाब देने के लिए वे हमेशा तैयार हैं. राजीव प्रताप रूडी बेनकाब हो चुके हैं औऱ उन्हें किसी मसले पर बहस करना है या मदद लेना है तो खुल कर मैदान में आयें.

दरअसल पप्पू यादव ने शुक्रवार को सारण जिले के अमनौर के पास एक कैंपस में छापा मारा. ये कैंपस छपरा के सांसद राजीव प्रताप रूड़ी का कार्यालय बताया जाता है. इस कैंपस में राजीव प्रताप रूड़ी के कई होर्डिंग-बैनर के साथ साथ प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र का भी बोर्ड लगा था.

इसी परिसर में कवर से ढ़क कर तीस से ज्यादा एंबुलेंस रखे गये थे. पप्पू यादव ने उस कैंपस में छापा मारा औऱ कैमरे के सामने दिखाया कि किस तरह एंबुलेंस को स्टोर कर सांसद के कैंपस में रखा गया था. वह भी तब जब पूरे बिहार में कोरोना पेशेंट एंबुलेंस के लिए त्राहिमाम कर रहे हैं.

राजीव प्रताप रूड़ी के फंड से ये एंबुलेंस 2019 में ही खरीदे गये थे. जिन एंबुलेंस को पप्पू यादव ने बेनकाब किया था उन पर ही लिखा है MPLADS-2019. यानि सांसद के विकास फंड से 2019 में ही इन एंबुलेंस को खरीदा गया था.

अमनौर के पास रखे गये उन एंबुलेंस पर सांसद पंचायत एंबुलेंस सेवा लिखा हुआ था. सभी पर राजीव प्रताप रूडी के साथ साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी औऱ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर लगायी गयी था.

एंबुलेंस पर एक टॉल फ्री नंबर भी दिया गया है-18003456222. ये नंबर सांसद राजीव प्रताप रूड़ी के कार्यालय का है. कैमरे के सामने सारे एंबुलेंस को बेनकाब करने के बाद पप्पू यादव ने कहा था कि यही बीजेपी की हकीकत है.

पप्पू यादव द्वारा बेनकाब किये जाने के बाद राजीव प्रताप रूड़ी ने जो बयान जारी किया था उसमें पप्पू यादव को चुनौती दी गयी थी. रूडी ने कहा था कि पप्पू यादव अपनी राजनीति में मधेपुरा चले आये.

उन्हें नहीं पता है कि सारण जिले के 80 एंबुलेंस में लगभग 56 एंबुलेंस कार्यरत हैं औऱ जनता की सेवा में लगे हुए हैं. दुर्भाग्य है कि इस समय ड्राइवर के अभाव में सभी एंबुलेंस नहीं चल पा रहे हैं.

पप्पू यादव आप सभी एंबुलेंस ले जाइये लेकिन सारण की जनता को ये कसम देकर जाइये कि सारण में बची हुई सभी एंबुलेंस पर आप ड्राइवर देंगे औऱ उसे संचालित करेंगे. राजनीति करना है तो मधेपुरा में करिये, सारण की जनता इससे प्रभावित नहीं होने वाली है.

रूड़ी की इसी चुनौती को स्वीकार करके पप्पू यादव ने जवाब दिया है. उन्होंने कहा है कि वे 70 ड्राइवर देने को तैयार हैं. रूडी बतायें कि कहां आदमी को भिजवाना है.

सभार :- first Bihar

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...